
राजस्थान के दंगल में राजनीति लगातार जारी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा कई चिट्ठियां लिखने के बाद आखिरकार राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा का सत्र बुलाने की अनुमति दे दी है. अब 14 अगस्त को विधानसभा का सत्र शुरू होगा. इस बीच सचिन पायलट गुट की ओर से बड़ा बयान दिया गया है. पायलट गुट के विधायकों का कहना है कि वो सभी विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे.
गौरतलब है कि सचिन पायलट और उनके साथी 19 विधायक काफी लंबे वक्त से राजस्थान से बाहर हैं. वो पहले हरियाणा के मानेसर में रुके हुए थे, उसके बाद उनके दिल्ली या गुरुग्राम आने की बात सामने आई थी. लेकिन अब जब ये तय हो गया है कि 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है तो इस तरह के संकेत दिए गए हैं कि विधायक सदन की कार्यवाही में हिस्सा ले सकते हैं.
राजस्थान में 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र, सरकार के प्रस्ताव को राज्यपाल की मंजूरी
कांग्रेस के अशोक गहलोत गुट की ओर से लगातार कहा जा रहा था कि सचिन पायलट गुट भारतीय जनता पार्टी के साथ मिल गया है और यही कारण है कि हरियाणा सरकार के अंतर्गत मानेसर में रुका हुआ है. खुद अशोक गहलोत ने कई बार कहा है कि बागी विधायकों को बीजेपी की शरण छोड़कर राजस्थान वापस आना चाहिए.
बता दें कि अगर बागी विधायक विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेते हैं तो फिर विधानसभा स्पीकर की ओर से उन्हें अयोग्य घोषित किया जा सकता है.
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ऐसे में पायलट गुट की ओर से सदन की कार्यवाही में आने के संकेत दिए गए हैं. पिछले कुछ दिनों से लगातार सचिन पायलट की ओर से कांग्रेस के लिए नरम रुख दिखाया गया है. फिर चाहे वो स्पीकर सीपी जोशी को जन्मदिन की बधाई देना हो या फिर नए प्रदेश अध्यक्ष को पद संभालने के लिए ट्वीट करना हो.