
राजस्थान विधानसभा चुनाव में सत्ता गंवाने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. एक तरफ जहां जयपुर में गुरुवार को बीजेपी के सभी सातों मोर्चे की बैठक की गई. वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के दिल्ली आवास पर सूबे के सभी बीजेपी सांसदों की बैठक हुई. दोनों जगहों पर विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा और मिशन-25 के तहत लोकसभा चुनाव में अपनी सीटों को बरकरार रखने की रणनीति बनी.
राजस्थान बीजेपी के किसान मोर्चा से लेकर अनुसूचित मोर्चा सहित सभी सातों मोर्चों की गुरुवार को बैठक की गई, जिसमें तय हुआ कि गहलोत सरकार के खिलाफ किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी और बेरोजगारी भत्ते को लेकर बीजेपी आंदोलन करेगी. इसके लिए जिला स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक बीजेपी इस मुद्दा को उठाएगी.
बीजेपी ने सूबे की सभी 25 लोकसभा सीटों पर दोबारा से कमल खिलाने की रणनीति बनाई है. इसके लिए प्रदेश बीजेपी के सभी मोर्चों की संयुक्त कार्यशाला का आयोजन किया गया. आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाए जाने के साथ ही सभी मोर्चों एवं कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया गया. बीजेपी ने 12 जनवरी से 2 मार्च के बीच के कार्यक्रम तय किए हैं.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मटोरिया और राजेंद्र गहलोत को सभी मोर्चों के समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा युवा मोर्चा के लिए मुकेश दाधीच, छगन माहौर को प्रभारी बनाया गया है. वहीं, अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रह्लाद पंवार, अनुसूचित जाति मोर्चा के लिए वीरमदेव सिंह मदन दिलावर, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के लिए कैलाश मेघवाल, कनकमल कटारा, ओबीसी मोर्चा के लिए राजेंद्र गहलोत, किसान मोर्चा के लिए काशीराम गोदारा और महिला मोर्चा के लिए अलका गुर्जर को प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है.