
राहुल गांधी के झालावाड़ दौरे से पहले राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उन पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस इतनी घबराई हुई है कि राहुल गांधी को विधानसभा क्षेत्र की बैठकों में बुला रही है. अच्छी बात है कि राहुल गांधी विधानसभा स्तर की सभाएं करें क्योंकि वह जहां-जहां जाएंगे, वहां-वहां कांग्रेस को हरवा कर आएंगे.
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राजस्थान के ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं. 24 अक्टूबर को राहुल गांधी वसुंधरा के गढ़ झालावाड़ में रोड शो और सभाएं, करने वाले हैं.
वसुंधरा राजे ने राहुल गांधी के झालावाड़ दौरे को लेकर कहा, "अच्छा है कि राहुल गांधी हमारी देखा-देखी मंदिर में जाना सीख लिए हैं, वरना हमारे मंदिर जाने को यह लोग मुद्दा बनाते थे और कहते थे कि वसुंधरा राजे की सरकार तो राम भरोसे ही चलती है. हां, मैं यह कहती हूं कि मेरी सरकार तो भगवान भरोसे ही चल रही है."
वसुंधरा राजे रविवार को दिल्ली रोड पर स्थित एक होटल में टिकट वितरण की रायशुमारी में बोल रही थीं. वसुंधरा राजे ने नागौर, भीलवाड़ा, झुंझुनू और अलवर जिलों के 35 विधानसभा सीटों के कार्यकर्ताओं से टिकट बांटने को लेकर फीडबैक लिया.
राजे ने कहा कि ये सब कांग्रेस ने अफवाह उड़ाई है कि राजस्थान में एक बार कांग्रेस तो एक बार बीजेपी सरकारें आती हैं. 50 साल तक इन्होंने राजस्थान में राज किया है, तब कहां गई थी एक बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी की बातें. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजे ने कहा कि इनकी इन बातों में नहीं आना है.
फिर से सरकार बनाएंगे
वसुंधरा ने आगे कहा कि राजस्थान में पिछले 5 सालों में जितना काम हुआ है, पिछले 50 सालों में नहीं हुआ है. हमने 50 हजार करोड़ का कर्जा किसानों का माफ किया है. 15 लाख युवाओं को नौकरी दी है और लाखों लोगों को भामाशाह कार्ड के जरिए मुफ्त इलाज दिया है. इसलिए कार्यकर्ता लोगों के पास जाएं और हमारे काम को बताएं, हमें भरोसा है कि हम फिर से सरकार बना पाएंगे.
दरअसल, बीजेपी में इस तरह की बात फैली हैं कि कार्यकर्ता नाराज हैं जिसकी वजह से बीजेपी को चुनाव में नुकसान हो सकता है. इसी वजह से वसुंधरा राजे ने कहा कि बीजेपी ही ऐसी पार्टी है जहां कार्यकर्ताओं की इज्जत होती है और उनकी बातें सुनी जाती हैं. 5 साल में हमने अलग से कार्यकर्ताओं के लिए जनसुनवाई की है और कार्यकर्ताओं की बातें सुनी हैं.