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मनचलों की अब खैर नहीं, सबक सिखाने के लिए आईं 'लेडी कमांडो'

सिंगापुर की तर्ज पर विकसित होने वाले राजस्थान की पुलिस भी अब स्मार्ट बनने लगी है. उदयपुर पुलिस के प्रयासों से प्रदेश में पहली बार लेडी पेट्रोलिंग टीम तैयार की गई हैं. इसकी शुरूआत प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा की गई. पहली बार पीएचक्यू से स्वीकृत होकर लेडी पेट्रोलिंग की यूनिफॉर्म को पुलिस से हट कर रखा है.

उदयपुर की लेडी पेट्रोलिंग टीम उदयपुर की लेडी पेट्रोलिंग टीम
मुकेश कुमार
  • जयपुर,
  • 07 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 3:28 PM IST

देश की बागडोर असल मायने में अफसरों के हाथ में होती है. यदि नौकरशाही दुरुस्त हो तो कानून-व्यवस्था चाकचौबंद रहती है. जिस तरह से भ्रष्टाचार का दीमक नौकरशाही को खोखला किए जा रहा है, लोगों का उससे विश्वास उठता जा रहा है. लेकिन कुछ ऐसे भी अफसर हैं, जो अपनी साख बचाए हुए हैं. उनके कारनामे आज मिशाल के तौर पर पेश किए जा रहे हैं. aajtak.in ऐसे ही पुलिस अफसरों पर एक सीरीज पेश कर रहा है. इस कड़ी में पेश है उदयपुर की लेडी पेट्रोलिंग टीम की कहानी.

  • सिंगापुर की तर्ज पर विकसित होने वाले राजस्थान की पुलिस भी अब स्मार्ट बनने लगी है. उदयपुर पुलिस के प्रयासों से प्रदेश में पहली बार लेडी पेट्रोलिंग टीम तैयार की गई हैं. इसकी शुरूआत प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा की गई. पहली बार पीएचक्यू से स्वीकृत होकर लेडी पेट्रोलिंग की यूनिफॉर्म को पुलिस से हट कर रखा है. जी हां, बाइक पर सवार होकर सड़कों पर घुमने वाली महिला पुलिस राज्य पुलिस टीम का हिस्सा है. राजस्थान में पहली बार उदयपुर पुलिस द्वारा लेडी पेट्रोलिंग टीम का गठन किया गया हैं.
  • इस टीम में शामिल महिला पुलिसकर्मी अपनी फिटनेस, युनिफॉर्म और अंदाज से विदेशी पुलिस की तरह नजर आती हैं. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने हरी झंडी दिखाकर टीम को रवाना किया. मुख्यमंत्री के साथ गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया भी मौजुद रहे. इस दौरान पुलिस के आलाधिकारियों ने लेडी पेट्रोलिंग टीम से मुख्यमंत्री की मुलाकात करवाई. मुख्यमंत्री ने बाईक सवार महिला टीम का हौसला बढाते हुए साफ किया कि यह टीम अब मनचलों युवकों के खिलाफ कड़े कदम उठाएगी. अब यहां के मनचलों की खैर नहीं है.
  • मुख्यमंत्री ने साफ किया कि यदि यह टीम सफलतापुर्वक काम करेगी तो प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस टीम का गठन किया जायेगा. उदयपुर पुलिस अधिक्षक आरपी गोयल और उनकी टीम की ही सोच थी कि उदयपुर में प्रदेश की पहली लेडी पेट्रोलिंग टीम तैयार हो पाई. एसपी गोयल ने बताया कि करीब तीन से चार महीने तक ट्रेनिंग कर इन महिला पुलिसकर्मीयों को पुरी तरह से फिट बनाया गया हैं. अब ये पेट्रोलिंग टीम का हिस्सा बनकर शहर की कानून व्यवस्था को भी बेहतर करेंगी. इस टीम में 23 महिलाओं को शामिल किया गया है.
  • पहली बार पीएचक्यू द्वारा उदयपुर पुलिस की मांग पर लेडी पेट्रोलिंग टीम के लिये डिजाइन की गई यूनिफार्म को मान्यता दी गई. लेडी पेट्रोलिंग टीम के लिये बाइक को भी मोडिफाई करवाया गया है. बाइक में सायरन, स्पीकर भी लगाये गये साथ ही इस इसको चलता फिरता पुलिस स्टेशन बनाया गया है. इसमें फस्ट एड किट भी रखा हैं. इससे लेडी पेट्रोलिंग टीम के सदस्य किसी को भी प्राथमिक उपचार दे सकते हैं. महिला पुलिसकर्मीयों द्वारा इस टीम का हिस्सा बनने के लिये कड़ी मेहनत करनी पड़ी है. उनमें उत्साह भरा हुआ है.
  • लेडी पेट्रोलिंग टीम की सदस्य तुलसी और प्रियंका बताती हैं कि उन्होंने जिम करके खुद को फिट बनाया है. तीन से चार महीने तक इस टीम की सभी सदस्यों ने सिर्फ ट्रेनिंग ली. इस टीम की महिला पुलिसकर्मीयों के सामने चुनौती थी कि वे बाइक चलाना तक नहीं जानती थी, ऐसे में उन्हें पहले बाइक चलाने की ट्रेनिंग दी. उसके बाद बंदूक चलाना, पुलिसिंग में माहिर बनाना, कार्यवाही करना और जरूरतमंद लोगों को जल्द राहत पहुंचाने के लिये प्रैक्टिस करवाई गई है. लेडी पेट्रोलिंग को कराटे की भी ट्रेनिंग दी गई है.

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