
राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए जयपुर शहर में आ रहे हथियारों और नकली नोट की खेप को बरामद किया है.
नकली नोट की खेप बरामद
नकली नोटों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एसओजी ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर जयपुर रेलवे स्टेशन के बाहर नकली नोटों की बड़ी खेप के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों ने बताया कि वह बंगाल से जाली नोट लेकर जयपुर पहुंचे थे और शहर के आसपास के ग्रामीण इलाकों में नोटों की सप्लाई की जानी थी.
एसओजी की गिरफ्त में आए तस्कर रामधन और जगदीश के कब्जे से दो-दो हजार के 1 लाख 76 हजार रुपये की कीमत के जाली नोट बरामद किए गए हैं. आरोपी बंगाल में जिस स्थान से नकली नोट लेकर जयपुर आए हैं, उसके बारे में भी एसओजी की टीम तस्दीक कर रही है.
वहीं नकली नोटों की तस्करी के पीछे शामिल बड़े नेटवर्क को खंगालने के लिए एसओजी की टीम बंगाल पुलिस के आला अधिकारी से भी लगातार संपर्क में है. जल्द ही इस प्रकरण में कुछ अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.
एसओजी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए हथियारों की बड़ी खेप बरामद की है. साथ ही एक शातिर हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया है. एसओजी ने मुखबिर की सूचना पर सवाई माधोपुर के शिवपुर रोड स्थित कुशालीपुरा दर्रा में दबिश देकर आरोपी प्रेम सिंह को गिरफ्तार किया है.
हथियारों की बड़ी खेप बरामद
आरोपी मूल रूप से करौली का रहने वाला है. एसओजी की टीम ने आरोपी के पास से 23 पिस्टल, दो साइलेंसर, 20 जिंदा कारतूस और 7 अतिरिक्त मैगजीन बरामद की हैं. आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद जयपुर स्थित एसओजी मुख्यालय लाया गया है, जहां उससे लगातार पूछताछ की जा रही है. आरोपी ने हथियारों की खेप को मध्य प्रदेश के खरगौन से लाने की बात स्वीकार की है. साथ ही आरोपी ने बताया कि उक्त हथियार सवाई माधोपुर में एक व्यक्ति को सप्लाई किए जाने थे.
आरोपी ने बताया कि उसने हथियारों को पौने दो लाख रुपये में खरीदा था, जिसे वो बड़ी कीमत पर सप्लाई करने वाला था. हालांकि, हथियार किसे सप्लाई किए जाने थे, अभी इस बारे में खुलासा नहीं हो पाया है. वहीं हथियार तस्करी से जुड़े हुए कुछ अन्य लोगों के नाम भी पूछताछ के दौरान सामने आए हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए एसओजी की टीम दबिश की कार्रवाई को अंजाम दे रही है.