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'60 साल तक खेल में पुरुषों को मौका मिला अब महिलाओं को मिले मौका'

राजीव शुक्ला ने यह मांग की है कि केंद्र सरकार महिलाओं के परफॉर्मेंस को और बेहतर करने के लिए अलग से नीति बनाएं और महिलाओं को खेल में प्रोत्साहित करें.

राजीव शुक्ला राजीव शुक्ला
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 2:58 PM IST

राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के नेता राजीव शुक्ला ने खेल में महिलाओं के बेहतरीन प्रदर्शन का मसला उठाया. टेनिस सेंसेशन सानिया मिर्जा, बैडमिंटन में साइना नेहवाल और पीवी सिंधु, बॉक्सिंग में मैरी कॉम,  दंगल में संगीता और बबीता, साक्षी तंवर और क्रिकेट में मिताली राज और हरप्रीत की मिसाल देते हुए राजीव शुक्ला ने कहा कि खेल जगत में महिलाएं देश का नाम रोशन कर रही हैं.

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सदन का इस बात पर ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने कहा, "क्रिकेट में महिला टीम के फाइनल में पहुंचने और अच्छे परफॉर्मेंस की सराहना जहां पूरे देश ने की, प्रधानमंत्री भी कई-कई बार उनकी तारीफ कर चुके हैं."

राजीव शुक्ला ने यह मांग की है कि केंद्र सरकार महिलाओं के परफॉर्मेंस को और बेहतर करने के लिए अलग से नीति बनाएं और महिलाओं को खेल में प्रोत्साहित करें.

पुरुषों पर तंज कसते हुए राजीव शुक्ला ने कहा कि 7 साल पुरुषों को मौका देकर देख लिया पर वह इतने मेडल नहीं ला पाए इसलिए महिलाओं को आगे बढ़ाया जाना चाहिए.

इस पर बाकी सांसदों ने भी हामी भरी और उपसभापति पीजे कुरियन ने कहा कि केंद्र सरकार को इस बात का संज्ञान लेना चाहिए और खेल मंत्री को भी इस बारे में बताया जाना चाहिए. वहीं मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "सरकार को महिलाओं के प्रदर्शन की भी चिंता है और वह इस बारे में संबंधित मंत्रालय को अवगत कराएंगे."

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