
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अचानक पाकिस्तान दौरे का विपक्ष ने जहां एक सुर में विरोध किया है, वहीं बीजेपी नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने इसका स्वागत किया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम की लाहौर यात्रा का समर्थन किया है. सिंह ने मोदी की कूटनीति को अभूतपूर्व करार दिया है.
तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ पहुंचे राजनाथ सिंह ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि दुनिया में किसी ने भी इस तरह की डिप्लोमेसी देखी है. हम प्रधानमंत्री के इस कदम का समर्थन और स्वागत करते हैं.' गृह मंत्री ने आगे कहा, 'कोई भी इस हकीकत को नकार नहीं सकता कि स्वतंत्रत भारत की राजनीति में भारत का सिर वाजपेयी जी ने उस वक्त ऊंचा किया और भारत की प्रतिष्ठा को पूरी दुनिया में किसी ने बढ़ाने का काम किया है तो वह मोदी जी ने किया है.'
गृह मंत्री लखनऊ में राष्ट्रीय जांच एजेंसी के दफ्तर की नींव रखने के साथ ही कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.
पाकिस्तान यात्रा सराहनीय कदम: मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की औचक पाकिस्तान यात्रा को सही दिशा में उठाया गया कदम बताया है. उन्होंने शुक्रवार देर रात कहा, 'यह सही दिशा में उठाया गया कदम है. मोदी के इस स्वागतयोग्य कदम से दोनों देशों के बीच ठंडे पड़ चुके संबंधों को लाभ मिलेगा. पाकिस्तान से संबंध सुधारने की यह प्रक्रिया विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने पाकिस्तान की यात्रा कर शुरू की थी.'
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने भी कहा कि पाकिस्तान के साथ वार्ता फिर से शुरू करना एक अच्छा और स्वागतयोग्य कदम है.
अलगाववादी नेताओं ने भी किया समर्थन
वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी ने कहा कि वह हमेशा से ही दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों के पक्ष में रहे हैं और यही रुख कश्मीर मुद्दा सुलझाने के प्रति भी रखना चाहिए. गिलानी ने कहा, 'मैं हमेशा से ही भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे संबंधों के पक्ष में हूं, लेकिन यह तभी संभव है जब जम्मू-कश्मीर के लोगों की मानवीय समस्याओं को सुलझाया जाएगा.'
कश्मीर के मुख्य धार्मिक नेता और अलगाववादी समूह हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुख ने भी पीएम मोदी के इस कदम की सराहना की है. मीरवाइज ने स्थानीय संवाददाताओं को बताया, 'यह एक सकारात्मक कदम है और हमें दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की इस पहल का स्वागत करना चाहिए. इसके साथ ही कश्मीर मुद्दे को भी सुलझाने की जरूरत है.'
'यात्रा को वीआईपी कूटनीति से आगे ले जाने की जरूरत'
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परंपरा से अलग हटकर जिस तरह पाकिस्तान की चौंकाने वाली यात्रा की है, उसे वीआईपी कूटनीति से आगे ले जाने की जरूरत है. येचुरी ने कहा, 'प्रधानमंत्री के पाकिस्तान दौरे को आगे ले जाने की जरूरत है. इसे वीआईपी कूटनीति तक सीमित न रख कर लोगों से लोगों के बीच संपर्क को बढ़ाने की जरूरत है.'
केंद्रीय मंत्री रविशकंर प्रसाद ने पीएम के दौरे को अद्भुत पहल बताया है. उन्होंने कहा कि संवाद से ही दोनों मुल्कों के रिश्ते बेहतर होंगे.
...और यहां बदले सुर
बीजेपी मार्गदर्शक मंडल के नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने जहां पीएम मोदी के लाहौर दौरे का स्वागत किया, वहीं उनके साथी नेता यशवंत सिन्हा चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस बात का भी खयाल रखना चाहिए कि कहीं दोस्ती के चक्कर में पाकिस्तान से दुश्मनी न बढ़ जाए.
पीएम के पाकिस्तान दौरे पर सपा नेता आजम खान ने तंज कसा है. उन्होंने कहा, 'फरिश्तों का ऐसा ही चरित्र होता है. झगड़ा तो जनता के बीच है. दोनों मुल्कों के मुखिया में मतभेद नहीं है.'
'आडवाणी ने भुगता खामियाजा, मोदी का क्या होगा'
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आडवाणी के बहाने पीएम मोदी पर वार किया है. उन्होंने कहा, 'जिन्ना की माजार पर जाने का आडवाणी ने खामियाजा भुगता था. देखना है कि 56 इंच की छाती वाले पर संघ क्या फैसला लेता है. कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम के दौरे पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि दूसरे देशों के दबाव में मोदी ने पाकिस्तान का दौरा किया है. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी काबुल में नास्ता, लाहौर में लंच और दिल्ली में चाय पी सकते हैं, लेकिन इसकी कीमत तो देश को ही चुकानी पड़ रही है.
जेडीयू में अलग-अलग राय
दूसरी ओर, जेडीयू नेता अली अनवर ने पीएम मोदी के पाकिस्तान दौरे का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि पड़ोसी बदले नहीं जा सकते, रिश्ते बेहतर ही होने चाहिए. जबकि केसी त्यागी ने अली अनवर से जुदा राय रखते हुए कहा कि पीएम मोदी के इस दौरे से देश को कुछ हासिल नहीं हुआ.