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राज्यसभा में 17 राज्यों की 55 सीटों पर चुनाव का ऐलान हो गया है. संसद के उच्च सदन में जिन नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें कांग्रेस और बीजेपी सहित तमाम पार्टियों के दिग्गज नेता शामिल है. यह चुनाव अगले महीने 26 मार्च को होगा. राजनीतिक समीकरण और विधायकों के आंकड़ों की संख्या को देखते हुए सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई ऐसे नेता हैं, जिनकी राज्यसभा में वापसी की राह मुश्किलों भर नजर आ रही है.
राज्यसभा की 55 सीटों में से 15 बीजेपी के पास, 3 जेडीयू के पास और 4 AIADMK के पास है. इनके अलावा बीजेडी के भी दो सदस्य भी हैं.
जबकि विपक्षी दलों में कांग्रेस के ही 13 सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है और जबकि 18 सदस्य अन्य दलों से संबंधित हैं. इनमें उपसभापति हरिवंश सिंह, महाराष्ट्र से आरपीआई नेता और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा, दिग्विजय सिंह, कुमारी शैलजा, डॉ. संजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल और प्रभात झा जैसे नेता शामिल हैं.
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MP में बीजेपी के कोटे से कौन जाएगा संसद?
मध्य प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. मौजूदा समय में कांग्रेस से दिग्विजय सिंह और बीजेपी से प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया के नाम शामिल हैं. विधायकों के मौजूदा संख्या को देखते हुए बीजेपी के खाते में एक और कांग्रेस के कोटे में 2 सीटें आ रही हैं.
बीजेपी से प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया में से किसी एक को ही मौका मिल सकेगा, इस तरह से किसी एक नेता की राह मुश्किलों भरी हो सकती है. वहीं, कांग्रेस के कोटे से दिग्विजय की सीट कंफर्म मानी जा रही है.
छत्तीसगढ़ में बीजेपी का हाथ रहेगा खाली
छत्तीसगढ़ की 2 राज्यसभा सीटें रिक्त हो रही हैं. मौजूदा समय में बीजेपी के कोटे से रणविजय सिंह जुदेव और कांग्रेस से मोतीलाल वोहरा राज्यसभा सांसद हैं. प्रदेश में विधायकों के वर्तमान आंकड़ों को देखते हुए दोनों सीटें कांग्रेस के खाते में जा सकती हैं. इस तरह रणविजय सिंह जुदेव की वापसी काफी मुश्किलों भरी नजर आ रही है.
विजय गोयल की संसद में वापसी मुश्किल
राजस्थान की 3 राज्यसभा सीटें रिक्त हो रही हैं, इन सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. नारायण लाल पंचारिया, विजय गोयल और रामनारायण डूडी के नाम शामिल हैं. मौजूदा विधायकों की संख्या के आधार पर अब कांग्रेस के खाते में 2 और बीजेपी के खाते में महज 1 सीट आ सकती है.
इस तरह से बीजेपी के किन्हीं 2 नेताओं की राह राज्यसभा में मुश्किल हो सकती है. ऐसे में देखना है कि पार्टी विजय गोयल को दोबारा राज्यसभा में भेजती है या नहीं.
महाराष्ट्र से किसे मिलेगा मौका?
महाराष्ट्र में कुल 7 राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं. इनमें से 2 एनसीपी, एक कांग्रेस, एक शिवसेना, एक बीजेपी, एक रिपब्लिक पार्टी और एक निर्दलीय के खाते में हैं.
महाराष्ट्र से आरपीआई नेता और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, माजिद मेनन, कांग्रेस के हुसैन दलवी, शिवसेना के राजकुमार धूत और बीजेपी के अमर शंकर साबले नेता शामिल हैं. इनमें से देखना होगा कि दोबारा से किसकी वापसी होती है.
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बिहार में बीजेपी-जेडीयू की राह मुश्किल
बिहार में राज्यसभा की 5 सीटें खाली हो रही हैं, जिनमें से 3 जेडीयू और 2 बीजेपी के पास हैं. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह, कहकशां परवीन, रामनाथ ठाकुर, सीपी ठाकुर और रवींद्र किशोर सिन्हा जैसे नेता शामिल हैं.
मौजूदा सदस्यों के आंकड़ों को देखे तो बीजेपी के खाते में महज एक सीट आ सकती है तो जेडीयू के खाते में 2 सीटें और बाकी 2 सीटें आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन के खाते में जा सकती है. इस तरह से जेडीयू और बीजेपी के कई नेताओं की राह मुश्किल नजर आ रही है.
हिमाचल-हरियाणा के कांग्रेस नेता की वापसी पर संकट
हिमाचल प्रदेश की एक और हरियाणा की 2 राज्यसभा सीटें रिक्त हो रही है. हिमाचल से कांग्रेस की विप्लव ठाकुर तो हरियाणा से कांग्रेस की कुमारी शैलजा राज्यसभा सदस्य हैं. इसके अलावा एक सीट इनोले के कब्जे में थी, जो रिक्त है.
इस तरह से हिमाचल की सीट बीजेपी के खाते में जा सकती है तो हरियाणा की सीट पर भी बीजेपी की स्थिति मजबूत है. ऐसे में कांग्रेस की इन दोनों दिग्गजों की राह मुश्किल नजर आ रही है.