
अगर सबकुछ ठीक रहा था तो आप जल्द ही तमिलनाडु और श्रीलंका के धार्मिक स्थलों के लिए खास तौर पर डिजाइन किए जा रहे राम सर्किट को देख सकेंगे. केन्द्र सरकार ने राम सर्किट के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी है और तमिलनाडु सरकार सर्किट के लिए प्लान तैयार कर रहा है. इस सर्किट में रामायण से जुड़े सभी स्थलों को जोड़ा जाएगा.
यह बातें इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ 2018 के अहम सत्र 'पुटिंग इंडिया ऑन वर्ल्ड मैप' में तमिलनाडु के पर्यटन विभाग के एडिश्नल चीफ सेक्रेटरी अपूर्वा वर्मा ने कही. उन्होंने बताया कि प्रस्तावित सर्किट को श्रीलंका के धार्मिक स्थलों से भी जोड़ा जाएगा.
अपूर्वा वर्मा ने कहा कि तमिलनाडु के पास रेगिस्तान और बर्फ से ढके पहाड़ों को छोड़कर सब कुछ है. हमारे पास सुंदर समुद्र तट, आश्चर्यजनक वास्तुकला और हिल स्टेशन हैं. उन्होंने कहा कि 2017 में करीब 33.50 करोड़ देसी और 49 लाख विदेशी पर्यटक राज्य में घूमने आए थे.
उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं को टूरिज्म सेक्टर से जोड़ने की कवायद की जा रही है, जिससे ट्रेडिश्नल और मॉडर्न टूरिज्म में टकराव की स्थिति न बने. राज्य सरकार की कोशिश है कि अधिक से अधिक रोजगार डेवलप किया जाए.