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रामायण: युद्ध के सीन शूट करना नहीं था आसान, तीर कमान चलाने में जख्मी हुई कास्ट

एक्टर सुनील लहरी ने आजतक से खास बातचीत के दौरान बताया कि सेट पर युद्ध के सीन्स के दौरान कैसे हाथ में चोट लग जाया करती थी.

लक्ष्मण के रोल में सुनील लहरी लक्ष्मण के रोल में सुनील लहरी
ऋचा मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 27 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 10:36 AM IST

टीवी पर फिर से रामायण टेलिकास्ट किए जाने के बाद से इसकी स्टार कास्ट एक बार फिर से चर्चा में है. राम के रोल में अरुण गोविल, सीता के रूप में दीपिका और लक्ष्मण के रोल में सुनील लहरी की फैन फॉलोइंग तेजी से बढ़ रही है. सुनील लहरी की पुरानी फोटोज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं. उनके फॉलोअर्स भी तेजी से बढ़ रहे हैं. हालिया इंटरव्यू में सुनील लहरी ने सेट से जुड़ी कुछ खास बातें बताई हैं.

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सुनील ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि सेट पर युद्ध के सीन्स बहुत हुए मगर कभी भी किसी की आपस में लड़ाई नहीं हुई. नादानी में भी फाइटिंग सीन्स शूट करने के दौरान किसी ने किसी को हानि नहीं पहुंचाई.

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उनसे पूछा गया क्या रामायण के सेट पर लड़ाइयां भी होती थी. क्या कभी ऐसा हुआ कि लड़ाई के सीन में सच में किसी ने किसी को गदा मार दी हो या तीर? इसका जवाब देते हुए सुनील ने हंसते हुए कहा- नहीं कभी किसी को किसी ने घायल तो नहीं किया. हालांकि सभी खुद को घायल जरूर कर लेते थे. इसकी वजह थी कि जो धनुष और तीर हम इस्तेमाल करते थे वो काफी पैने और भारी होते थे. चलने का डायरेक्शन तो हमेशा सामने लगे ग्रीन पर्दे पर होता था. ऐसे में सामने वाला तो नहीं लेकिन हमारे हाथ जरूर छिल जाते थे.

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गर्मी में पहनते थे टाइट और वजनदार कॉस्ट्यूम

सुनील ने बताया की शूटिंग करना काफी कठिन होता था. उस वक्त जो कॉस्ट्यूम हम पहनते थे. वो काफी भारी होते थे. गांव में जहां इतनी गर्मी हो शूट करना आसान नहीं था. ठीक वैसे ही जैसे किसी को गर्मी में टाइट कपड़े पहना देना. कॉस्ट्यूम ढ़ीले भी नहीं पहन सकते थे. क्योंकि पर्दे पर वो अच्छे नहीं दिखेंगे. विग पहनने पर तो सिर पर भार और गर्मी दोनों ही लगती. लेकिन वो कहावत है न जब ओखली में सिर दे दिया तो मूसल से क्या डरना. बस सब लोग यही सेाचकर काम करते गए.

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