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सीधी बात में बोले बाबा रामदेव- आर्कबिशप के बयान राजनीति से प्रेरित

रामदेव ने कहा कि इनका देश के लिए क्या योगदान है, ये लोग राजनीति को नहीं समझते हैं. जो लोग राजनीति को समझते हैं, उन्हें ही इस प्रकार का बयान देना चाहिए.

योगगुरु रामदेव (File) योगगुरु रामदेव (File)
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 06 जून 2018,
  • अपडेटेड 9:00 AM IST

पिछले कुछ दिनों में दो बड़े चर्चों के आर्कबिशप द्वारा देश के माहौल पर उठाए गए सवालों पर योगगुरु रामदेव ने बयान दिया है. रामदेव ने कहा कि ये सभी बयान राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं, मैंने इन सभी का बयान पहली बार ही सुना है.

आजतक के कार्यक्रम सीधी बात में बाबा रामदेव ने कहा कि इनका देश के लिए क्या योगदान है, ये लोग राजनीति को नहीं समझते हैं. जो लोग राजनीति को समझते हैं, उन्हें ही इस प्रकार का बयान देना चाहिए.

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वहीं हाल ही में यूपी के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के टेस्ट ट्यूब बेबी वाले बयान के सवाल पर रामदेव ने कहा कि अगर कोई राजनेता धर्म और अध्यात्म को समझता है तो ही उस पर बयान दे. नहीं तो वे मौन रहे तो अच्छा है.

गोवा के फादर का बयान

आपको बता दें कि हाल ही में दिल्ली के बाद अब गोवा के आर्कबिशप फादर फिलिप नेरी फेर्राओ ने संविधान की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि संविधान खतरे में है और कई लोग असुरक्षा के माहौल में रह रहे हैं. ईसाई समुदाय को लिखे गए एक पत्र में उन्होंने कहा कि संविधान को ठीक से समझा जाना चाहिए, क्योंकि आम चुनाव करीब आ रहे हैं.

पहले दिल्ली से भी आ चुका है ऐसा बयान

गौरतलब है कि पिछले महीने दिल्ली के ऑर्कबिशप अनिल जोसेफ थॉमस काउटो ने दिल्ली के सभी चर्च और पादरियों को खत लिखकर कहा, 'हम एक अजीब से राजनीतिक माहौल में रह रहे हैं जिस कारण हमारे संविधान के लोकतांत्रिक मूल्यों और देश की धर्मनिरपेक्ष छवि पर संकट मंडराने लगा है.' उन्होंने लिखा था, 'मैं अनुरोध करता हूं कि हम लोग हर शुक्रवार के दिन व्रत रखें.'

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बीजेपी ने भी किया था पलटवार

गोवा के आर्कबिशप के खत को लेकर सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह चुनावी साल है और इस तरह के खत स्वभाविक हैं. लेकिन इस तरह के खत से सरकार की उपलब्धियों नहीं छुपेगी. इस वक्त देश में माहौल बिल्कुल ठीक है और देश तरक्की की राह पर अग्रसर है. नकवी की मानें तो लोकतांत्रिक देश में सभी को अपनी बात कहने की आजादी है.

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