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रामेश्वरम: असंवेदनशीलता की हद, कचरा वाहन में ढोया बुजुर्ग महिला तीर्थयात्री का शव

रामेश्वरम की तीर्थयात्रा पर आई एक बुजुर्ग महिला श्रद्धालु की दुर्घटना में मौत के बाद निगम कर्मियों का उसकी लाश के साथ बर्ताव हैरान कर देने वाला रहा. निगम कर्मियों ने बुजुर्ग महिला तीर्थयात्री की लाश को कचरा वाहन में रखकर अस्पताल पहुंचाया.

कचरा वाहन में ढोया महिला तीर्थयात्री का शव कचरा वाहन में ढोया महिला तीर्थयात्री का शव
आशुतोष कुमार मौर्य/अक्षया नाथ
  • रामेश्वरम,
  • 18 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 1:03 PM IST

देश के प्रमुख धर्मस्थलों में से एक रामेश्वरम से निगम कर्मियों की असंवेदनशीलता की हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं. साथ ही निगम कर्मियों और पुलिस के इस असंवेदनशील रवैये नेतीर्थयात्रियों के प्रति तैयारियों को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है.

दरअसल रामेश्वरम की तीर्थयात्रा पर आई एक बुजुर्ग महिला श्रद्धालु की दुर्घटना में मौत के बाद निगम कर्मियों का उसकी लाश के साथ बर्ताव हैरान कर देने वाला रहा. निगम कर्मियों ने बुजुर्ग महिला तीर्थयात्री की लाश को कचरा वाहन में रखकर अस्पताल पहुंचाया.

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जानकारी के मुताबिक, महिला श्रद्धालु 54 वर्षीय रामामणि बीते गुरुवार को अमावस्या पर रामेश्वरम तीर्थयात्रा के लिए आई हुई थी. पीड़िता रामामणि ओडिशा की रहने वाली थीं और तीर्थयात्रा के लिए रामेश्वरम आई हुई थीं.

लेकिन रामेश्वरम में गुरुवार को एक वॉटर टैंकर की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई. वॉटर टैंकर से कुचलकर रामामणि की मौके पर ही मौत हो गई. लेकिन पुलिस ने शव वाहन से ले जाने की बजाय निगम कर्मियों को शव को अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंप दी.

निगम कर्मियों ने भी शव के साथ पूरी असंवेदनशीलता दिखाई. उन्होंने बुजुर्ग महिला तीर्थयात्री का शव कचरा वाहन में लादकर अस्पताल पहुंचाया. गौर करने लायक बात यह भी है कि पूरे पंबन जिले में सिर्फ दो ही शव वाहन हैं.

इतना ही नहीं वॉटर टैंकर को लेकर भी समय-समय पर शिकायतें होती रही हैं. हाल ही में पंबन के 9 गांवों के लोगों ने इस बात लेकर धरना प्रदर्शन किया था कि वॉटर टैंकर से पानी की आपूर्ति का कारोबार करने वाले इलाके में ग्राउंड वॉटर का अत्यधिक दोहन कर रहे हैं.

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