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यस बैंक के CEO को 4 महीने में छोड़ना होगा पद, RBI ने घटाया कार्यकाल

विशेषज्ञों की मानें तो भारतीय रिजर्व बैंक के इस फैसले से अन्य निजी बैंक भी चिंतित हो जाएंगे. उन्हें डर है कि ऑरीजनल प्रमोटर्स को अपना नियंत्रण कम करने और उन्हें अपने पद से हटने के लिए भी कहा जा सकता है.

राणा कपूर (Business today) राणा कपूर (Business today)
विकास जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 20 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 1:53 PM IST

यस बैंक के एमडी और सीईओ राणा कपूर अगले साल 31 जनवरी तक ही इस पद पर बने रह सकेंगे. राणा कपूर को बैंक के शेयरहोल्डर्स ने 3 साल का एक्सटेंशन दिया था. हालांकि आरबीआई  ने इसे घटा दिया है. इस तरह बैंक को 31 जनवरी के बाद नये प्रमुख की नियुक्ति करनी होगी.

यस बैंक अगले हफ्ते इस संबंध में बैठक करेगा. यस बैंक ने रेग्युलेटरी फाइलिंग में बुधवार को कहा, ''भारतीय रिजर्व बैंक का 17 सितंबर, 2018 का लेटर मिला है. इसमें कहा गया है कि राणा कपूर 31 जनवरी, 2019 तक बैंक के एमडी और सीईओ रह सकते हैं.''  बैंक ने यह भी जानकारी दी कि बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर 25 सितंबर को मिलेंगे. ताकि आगे की योजना पर काम किया जा सके.

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इसी साल की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक ने एक्स‍िस बैंक की सीईओ शिखा शर्मा को फिर से इस पद पर नियुक्त करने के फैसले को ठुकरा दिया था. जबकि यह फैसला सीधे बैंक बोर्ड की तरफ से आया था. अब अमिताभ चौधरी शर्मा की जगह लेंगे.

विशेषज्ञों की मानें तो भारतीय रिजर्व बैंक के इस फैसले से अन्य निजी बैंक भी चिंतित हो जाएंगे. उन्हें डर है कि ऑरीजनल प्रमोटर्स को अपना नियंत्रण कम करने और उन्हें अपने पद से हटने के लिए भी कहा जा सकता है.

राणा कपूर ने 2004 में यस बैंक की शुरुआत अशोक कपूर के साथ मिलकर की थी. प्राइवेट बैंक के तौर पर अपनी शुरुआत करने वाले यस बैंक ने पिछले 13 सालों में 28 फीसदी का सालाना ग्रोथ हासिल किया है.

इसी साल जून में यस बैंक के शेयरहोल्डर्स ने राणा कपूर को एमडी और सीईओ के पद पर फिर से नियुक्त करने के फैसले को मंजूरी दी थी. इस दौरान आरबीआई  ने प्रस्ताव के लिए हामी तो भरी थी, लेक‍िन अवध‍ि नहीं बताई थी.

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