
शुक्रवार को उस समय बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब पंजाब के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने आउट होने के बाद अपनी नाराजगी जताई और मैदान से बाहर जाने से इनकार कर दिया. यह वाकया आईएस बिंद्रा स्टेडियम मोहाली का है, जहां पंजाब और दिल्ली के बीच रणजी मुकाबला जारी है. टाइम्स ऑफ इंडिया के एक पत्रकार ने ट्वीट कर दावा किया कि शुभमन गिल अंपायर के फैसले से नाखुश दिखे, और आउट दिए जाने के बावजूद क्रीज पर डटे रहे.
इस विवाद को लेकर लगातार ट्वीट किए गए. दिल्ली के उपकप्तान नीतीश राणा के हवाले से पत्रकार ने आगे ट्वीट किया, 'शुभमन अंपायर पश्चिम पाठक के करीब गए (अंपायर ने अपना डेब्यू किया है) और उन्हें अपशब्द कहे. इसके बाद अंपायर ने अपने फैसले को पलट दिया.'
आउट के फैसले को पलटा जाना दिल्ली की टीम को अच्छा नहीं लगा. उस फैसले के खिलाफ टीम मैदान से बाहर चली गई, जिससे खेल रुका. आखिरकार मैच रेफरी पी रंगनाथन को हस्तक्षेप करना पड़ा और थोड़ी देर बाद खेल दोबारा शुरू हुआ.
हालांकि पंजाब के 20 साल के सलामी बल्लेबाज शुभमन कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाए. उन्हें 23 के निजी स्कोर पर सिमरजीत सिंह ने विकेट के पीछे अनुज रावत के हाथों लपकवाया. शुभमन ने 41 गेंदों में 23 रन बनाए, जिसमें उनके चार चौके थे.
10 मिनट तक खेल रुका रहा
विवाद की वजह से दस मिनट तक खेल रोकना पड़ा. भारत-ए टीम के कप्तान शुभमन गिल ने सुबोध भाटी की गेंद पर विकेट के पीछे लपके जाने के बाद क्रीज छोड़ने से इनकार कर दिया.अंपायर के साथ उनकी बहस भी हुई. मैदानी अधिकारियों से मशविरे के बाद अंपायर ने फैसला बदला. उस समय गिल 10 रन बनाकर खेल रहे थे, लेकिन वह ज्यादा देर टिक नहीं सके. वह 41 गेंद में 23 रन बनाकर सिमरजीत सिंह की गेंद पर आउट हुए.
दिल्ली टीम के मैनेजर ने ऐसा कहा-
दिल्ली टीम के मैनेजर विवेक खुराना ने पीटीआई से बताया ,‘सामने खड़े अंपायर मोहम्मद रफी ने शुभमन को विकेट के पीछे कैच आउट करार दिया. इसके बाद वह अंपायर के पास जाकर फैसला बदलने को कहने लगा . अंपायर ने स्क्वेयर लेग अंपायर पश्चिम पाठक से बात करके अपना फैसला बदला.’ उन्होंने दिल्ली टीम के वॉकआउट करने की किसी संभावना से इनकार किया.