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Gully Boy Review: दमदार एक्टिंग, धीमी शुरुआत ने कमजोर की फिल्म

Gully Boy Movie Review सिनेमाघरों में रिलीज हुई रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की फिल्म गली बॉय. ये फिल्म रैपर डिवाइन और नैजी की जिंदगी से प्रेरित है. मूवी का डायरेक्शन जोया अख्तर ने किया है. जानते हैं कैसी बनी है फिल्म.

गली बॉय का पोस्टर (फोटो : इंस्टाग्राम) गली बॉय का पोस्टर (फोटो : इंस्टाग्राम)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 1:24 PM IST
फिल्म:Gully Boy
2/5
  • कलाकार :
  • निर्देशक :Zoya Akhtar

लीक से हटकर फिल्में बनाने के लिए मशहूर डायरेक्टर जोया अख्तर इस बार फिल्मी पर्दे पर स्ट्रीट रैपर्स के संघर्ष की कहानी लेकर आई हैं. फिल्म के जरिए रणवीर सिंह ने अपना सपना जिया है. बतौर रैपर उन्होंने अपना एक और टैलेंट दुनिया को दिखाया है. मगर रैप कल्चर पर फोकस करती गली बॉय 'हार्ड' नहीं बन पाई है. एक्टिंग जोन में तो रणवीर का 'टाइम' पहले से आया हुआ है. लेकिन रैप वर्ल्ड में जरूर उनका 'टाइम आ गया' है. चलिए जानते हैं कैसी बनी है ये फिल्म.

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कहानी

गली बॉय मुंबई के धारावी में रहने वाले मुराद (रणवीर सिंह) की कहानी है. जो गरीबी से ऊपर उठकर कुछ बड़ा करने का सपना देखता है. लेकिन क्या ये नहीं जानता. अपने दर्द और लफ्जों को वो अक्सर नोटबुक में लिखता है. सफीना (आलिया भट्ट) मुराद की गर्लफ्रेंड है. जो अच्छे खानदान से ताल्लुक रखती है. दोनों के स्टेट्स में जमीन-आसमान का फर्क है, इसलिए उनका रोमांस चोरी छिपे चलता है. इस बीच मुराद के पिता शाकिर (विजय राज) दूसरा निकाह करते हैं. दूसरी अम्मी के आने के बाद अपनी मां की दयनीय हालत देखकर मुराद दुखी रहता है. वो पिता से डरता है और उनकी हर बात को सिर झुकाकर मानता है.

मुराद की जिंदगी में यूटर्न मशहूर रैपर एमसी शेर (सिद्धांत चतुर्वेदी) की एंट्री होने के बाद होती है. एमसी शेर मशहूर रैपर है. मुराद भी एमसी शेर की तरह बनना चाहता है. वे उससे रैप की ट्रेनिंग लेता है. इस बीच पिता के बीमार होने की वजह से मुराद को घर की जिम्मेदारी उठानी पड़ती है. वो पिता की जगह ड्राइवरी का काम करता है. म्यूजिक प्रोग्रामर स्काई (कल्कि कोचलिन) मुराद और एमसी शेर को गाने का ऑफर देती है. ये गाना सनसनी मचा देता है. तब मुराद के गली बॉय बनने का सफर शुरू होता है. लेकिन मुराद के पिता रैप के खिलाफ होते हैं. नौकरी और रैप प्रैक्टिस के बीच फिर कैसे उसकी जिंदगी करवट लेती है. कैसे मुराद अपने रैपर बनने का सपना पूरा करता है, ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी.

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एक्टिंग

ट्रेलर देखकर लगा था कि गली बॉय की कहानी में सिर्फ रणवीर ही छाए रहेंगे. लेकिन ऐसा कहना गलत होगा. मूवी में आलिया भटट् और सिद्धांत चतुर्वेदी को भी बराबर स्पेस मिला है. कई सीन्स में आलिया और सिद्धांत, रणवीर पर भारी पड़े हैं. रणवीर का करेक्टर ज्यादातर डरा और सहमा दिखा है, जो अपने पिता के सामने जुबां नहीं खोलता है. ये भी वजह है कि रणवीर का रोल आलिया-सिद्धांत से दबता नजर आया. सिद्धांत मूवी का सरप्राइज फैक्टर हैं. उन्होंने उम्दा काम किया है. रैपर के स्वैग, एटिट्यूड, बॉडी लैंग्वेज और एक्सप्रेशन को उन्होंने बखूबी पकड़ा है. सिद्धांत-आलिया जब जब स्क्रीन पर आते हैं छा जाते हैं. अलहड़, बोल्ड, एग्रेसिव और हठेली लड़की के रोल में आलिया ने दमदार अभिनय किया है. खड़ूस पिता की भूमिका में विजय राज जमे हैं. कल्कि कोचलिन छोटी सी भूमिका में ठीक ठाक लगी हैं.

क्यों देखें

फिल्म का सबसे मजबूत पक्ष कलाकारों की शानदार एक्टिंग और गाने हैं. रैप कल्चर के दीवानों के लिए ये फिल्म ट्रीट है. गली बॉय के गाने मूवी रिलीज से पहले ही हिट हो चुके हैं. रणवीर ने अपने सिंगिंग टैलेंट का लोहा मनवाया है. उनकी आवाज में बने गाने शानदार बन पड़े हैं. सभी गानों के लिरिक्स दमदार हैं और सीधा दिल से कनेक्ट करते हैं. कई सीक्वेंस में फिल्माए गए रैप बैटल जबरदस्त बन पड़े हैं. मूवी के डायलॉग अच्छे हैं. आलिया भट्ट और रणवीर सिंह की फ्रेश पेयरिंग असरदार है. गली बॉय देखने के बाद फैंस उन्हें दोबारा से किसी मूवी में जरूर देखना चाहेंगे.

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क्यों नहीं देखें

गली बॉय की कहानी बेहद सिंपल और सरल है. शायद यही इसके कमजोर होने की बड़ी वजह भी बनी है. मूवी में एंटरटेनमेंट और बॉलीवुड फिल्मों के हिट मसालों की कमी अखरती है. अगर आप थियेटर एंटरटेनमेंट के बारे में सोचकर जाएंगे तो यकीनन ही निराश होकर लौटेंगे. फिल्म काफी लंबी है. फर्स्ट हाफ बोर करता है. जोया अख्तर ने इंटरवल किरदारों की भूमिका बांधने में ही खत्म कर दिया. सेकंड हाफ धीरे-धीरे स्पीड पकड़ता है, लेकिन बीच में कहानी फिर स्लो हो जाती है. मूवी दर्शकों को बांधे रखने में बुरी तरह से नाकामयाब साबित होती है. गली बाय का क्लाइमेक्स निराशाजनक है. कहानी में दम नहीं है.

रैपर बनने के रणवीर सिंह के जुनून, स्ट्रगल को और बढ़िया तरीके से पेश किया जा सकता था. गरीबी की बेड़ियों को तोड़कर रणवीर ने परिवार और अपने समाज के दायरे से ऊपर उठकर कुछ बड़ा करने का सपना देखा, लेकिन उसकी कहानी में दर्द और जुनूनियत की कमी साफ झलकी.

बॉक्स ऑफिस

रैप म्यूजिक पर बेस्ड गली बॉय को लेकर जबरदस्त बज बना हुआ है. फिल्म का बजट 50 करोड़ के करीब बताया जा रहा है. 8 करोड़ तक मूवी एडवांस बुकिंग से कमा चुकी है. फिल्म को वैलेंटाइन वीक में रिलीज होने फायदा मिलेगा. गली बॉय को 4 दिन का लंबा वीकेंड भी मिल रहा है. सिंगल रिलीज होने की वजह से मूवी के बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कलेक्शन करने की पूरी उम्मीद है. बाकी कलेक्शन वर्ड ऑफ माउथ पर निर्भर करेगा.

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