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टॉयलेट में छुपा था दरिंदा, रेप नहीं कर सका तो लड़की का गला रेता

मध्य प्रदेश के जबलपुर में टॉयलेट के अंदर एक सनसनीखेज वारदात हुई है. यहां नवरात्रि के दूसरे दिन अधारताल थाना क्षेत्र के बजरंग बाड़ा नेता कॉलोनी में 12 वर्षीय लड़की से टॉयलेट में रेप की कोशिश की गई.

मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुई वारदात मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुई वारदात
मुकेश कुमार
  • भोपाल,
  • 20 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 1:19 PM IST

मध्य प्रदेश के जबलपुर में टॉयलेट के अंदर एक सनसनीखेज वारदात हुई है. यहां नवरात्रि के दूसरे दिन अधारताल थाना क्षेत्र के बजरंग बाड़ा नेता कॉलोनी में 12 वर्षीय लड़की से टॉयलेट में रेप की कोशिश की गई. विरोध करने पर दरिंदे ने गला रेतकर उसकी हत्या कर दी. घटना के बाद आरोपी फरार हो गया.

जानकारी के मुताबिक, सोमवार की सुबह 5 बजे प्रिया को सहेली ज्योति ठाकुर ने उठाया. प्रिया टॉयलेट में गई. वहां पहले से इंतजार कर रहे दरिन्दे ने मुंह दबाकर प्रिया से रेप करने की कोशिश. उसने विरोध किया तो दरिन्दे ने चाकू से उसका गला रेत दिया. ज्योति अंदर गई, तो देखा प्रिया टॉयलेट में पड़ी हुई थी.

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प्रिया के गले से खून निकल रहा था. ज्योति ने तुरंत प्रिया के माता-पिता को सूचना दी. उन लोगों ने आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता के माता-पिता की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर दिया. आरोपी की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है.

बताते चलें कि मध्य प्रदेश में महिला सुरक्षा और सुशासन का दावा करने वाली बीजेपी सरकार द्वारा बनाए गए कड़े कानून के बाद भी चौंका देने वाले आंकड़े सामने आते रहे हैं. मध्य प्रदेश में बीते एक साल में 4527 महिलाओं के साथ रेप जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया. यानी यहां हर रोज करीब 12 महिलाओं की इज्जत लूट जाती है.

पिछले साल विधानसभा में कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत के एक सवाल के जवाब में गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने यह चौंका देने वाला आंकड़ा पेश किया था. उन्होंने बताया कि सूबे में एक फरवरी 2016 से 30 जून तक 1868 महिलाएं रेप और 108 महिलाएं गैंगरेप का शिकार बनीं. इनमें 883 बालिग और 985 नाबालिग थीं.

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1 जुलाई 2016 से अब तक 2411 महिलाओं के साथ रेप और 140 के साथ गैंगरेप हुआ है. इस अवधि में राज्य में रेप के 2400 और गैंगरेप के 137 मामले पंजीबद्ध हुए हैं. रेप का शिकार बनीं महिलाओं में अनुसूचित जाति की 611, अनुसूचित जनजाति की 662, अन्य पिछड़ा वर्ग की 750 और सामान्य की 388 महिलाएं शामिल हैं.

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