
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने कहा कि वह उन्हीं नए विचारों वाली कंपनियों में निवेश करते हैं जो उन्हें उत्साहित करते हैं. टाटा अब तक 20 से अधिक नए विचारों वाली कंपनियों (स्टार्ट अप) में निवेश कर चुके हैं. टाटा ने स्टार्टअप्स को युवा भारत की रचनात्मकता और अभिनव प्रयोग का मूर्त रूप बताते हुए कहा कि वह उन्हीं नए उद्यम में निवेश करते हैं जिनके विचार उन्हें आकर्षित करते हैं और संस्थापकों के नए विचार उन्हें अच्छे लगे हैं.
स्टार्टअप्स युवा भारत का मूर्त रूप
टाटा ने युवा उद्यमियों के लिए आयोजित कार्यक्रम टीआईईसीओएन में कहा, हम एक बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं. यहां पूरी तरह से एक नई दुनिया है. स्टार्टअप्स युवा भारत की रचनात्मकता एवं अभिनव प्रयोग का मूर्त रूप हैं. एक स्टार्टअप में निवेश का मूल्यांकन करते समय मैं यह देखता हूं कि क्या उसका कारोबारी विचार मुझे उत्साहित करता है.
क्या है निवेश का दूसरा पैमाना?
टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन ने कहा कि उनका दूसरा मापदंड स्टार्टअप्स के संस्थापकों का मूल्यांकन करना होता है. टाटा संस के मानद चेयरमैन आक्रामक ढंग से स्टार्टअप्स में निवेश करते रहे हैं. उन्होंने स्नैपडील, अर्बन लैडर, ब्लूस्टोन, कारदेखो, सबसे टेक्नोलॉजीज, शियोमी और ओला जैसी फर्मों में निवेश किया है.