Advertisement

आम आदमी की थाली हुई महंगी, लाल हुआ टमाटर का दाम

दिल्ली में टमाटर की कीमतें और लाल हो गई हैं. टमाटर के साथ-साथ दूसरी सब्ज‍ियों की कीमत भी आसमान छू रही हैं, जिससे आम आदमी की थाली महंगी हो गई है. पढ़ें पूरी खबर...

दिल्ली में टमाटर की कीमत बढ़ी दिल्ली में टमाटर की कीमत बढ़ी
अंकित यादव
  • नई दिल्ली,
  • 02 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 2:12 PM IST

दिल्ली में महंगाई थमने का नाम नहीं ले रही है. सब्ज‍ियों की कीमतें आसमान छू रही हैं. दिल्ली की रिटेल मंडियों में टमाटर की कीमत 80 से 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. जहां सामान्य टमाटर 80 रुपये किलोग्राम मिल रहा है, वहीं देसी टमाटर 100 रुपये प्रति किलोग्राम में बिक रहा है. जबकि प्याज 60 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है.

Advertisement

टमाटर और प्याज के अलावा दूसरी सब्जियों में भी बढ़ोतरी देखी गई. श‍िमला मिर्च और बींस जहां 80 रुपये प्रति किलोग्राम हैं, वहीं बंद गोभी, भ‍िंडी और मिर्च की कीमत 60 रुपये प्रति किलोग्राम है.  जबकि आलू 20 रुपये प्रति किलोग्राम है.  

अगर आप सोच रहे हैं कि सब्जियों की कीमतें केवल रीटेल दुकानदार ही बढ़ा रहे हैं तो जरा सफल स्टोर पर नजर डालें. सफल स्टोर्स में आमतौर पर सब्जियां सस्ती मिलती हैं, क्योंकि यहां बीच का मार्जिन नहीं होता.  दिल्ली के सफल स्टोर में भी टमाटर 70 रुपये प्रति किलो और प्याज 50 रुपये प्रति किलोग्राम मिल रहा है.

आधी हुई टमाटर की आपूर्ति

दिल्ली और NCR में जरूरत को देखते हुए 100 ट्रक टमाटर की आपूर्ति की जाती थी. लेकिन फिलहाल सिर्फ 45 से 50 ट्रक की आपूर्ति ही हो रही है. आजादपुर मंडी में जहां 35 से 40 ट्रक टमाटर की आपूर्ति होती थी, वहां अब महज 20 ट्रक टमाटर ही पहुंच रहा है. वहीं, रीटेल दुकानदारों का भी कहना है कि कीमतों में हुई बढ़ोतरी के कारण उनकी सेल आधी हो गई है.  

Advertisement

पिछले साल मंडी में फेंके थे टमाटर, इस साल हुई शॉर्टेज

बता दें कि पिछले साल टमाटर की फसल अच्छी हुई थी और किसानों ने 5 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से टमाटर बेचे थे.  ऐसे में वो अपनी पैदावार का खर्च भी निकाल पाए थे और मंडी में कई टन टमाटर फेंकने पड़े थे. पर इस साल टमाटर की फसल पिछले साल के मुकाबले आधी हुई है और बारिश ने भी फसल का नुकसान किया है, जिसके कारण मंडियों में भी टमाटर की शॉर्टेज हो गई है.

इस साल भी नहीं निकल रही लागत

हालांकि उपभोक्ताओं तक जो टमाटर 80 रुपये और 100 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर पहुंच रहा है, उसका लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है. मंडी में किसान 30 से 35 रुपये प्रति किलो की दर से ही बेच रहे हैं, जिसे सब्जी विक्रेता ऊंचे दाम पर उपभोक्ताओं को बेच रहे हैं. ऐसे में किसानों का कहना है कि टमाटर महंगा तो हुआ है, पर इसके बावजूद उनकी लागत नहीं निकल पा रही है.

कुल मिलाकर एक बात तो साफ है कि खेत से बेहद कम मूल्य में निकली सब्जी आप की थाली में आते-आते कई गुना कीमती हो जाती है. किसान को अपनी फसल का उचित दाम नहीं मिलता और आम जनता की थाली महंगी होती जा रही है.  

Advertisement

कहां-कहां से मंडी में आता है टमाटर

दिल्ली और एनसीआर की मंडियो में राजस्थान, बेंगलुरु, मध्यप्रदेश, हिमाचल और महाराष्ट्र से टमाटर की आपूर्ति होती है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement