
विराट के वीरों ने 22 साल बाद श्रीलंका में सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया. भारत की इस लंका फतह में बल्लेबाजों से ज्यादा गेंदबाजों का योगदान रहा.
मैन ऑफ द सीरीज अश्विन
रविचंद्रन अश्विन, अमित मिश्रा और ईशांत शर्मा ने जानदार प्रदर्शन करते हुए इस सीरीज में कुल मिलाकर 49 विकेट झटके. इसमें से 21 विकेट तो अकेले अश्विन के नाम रहे. अपने इस प्रदर्शन के दम पर अश्विन ने मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड भी जीता. इस अवॉर्ड की सबसे खास बात यह है कि टेस्ट मैचों में ये अश्विन का चौथा मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड था जो कि किसी भी भारतीय खिलाड़ी द्वारा जीते गए दूसरे सबसे ज्यादा मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड है.
दूसरे नंबर पर पहुंचे अश्विन
इस मामले में अश्विन से आगे सिर्फ दो ही भारतीय हैं, सचिन तेंदुलकर और विरेंदर सहवाग. जहां सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर की 74 सीरीजों के दौरान कुल 200 टेस्ट मैच खेले थे जिनमें उन्हें पांच बार मैन ऑफ द सीरीज चुना गया था. वहीं विरेंदर सहवाग अपने करियर की 39 सीरीजों के दौरान कुल 104 टेस्ट मैच खेलते हुए पांच बार मैन ऑफ द सीरीज बने थे.
अश्विन ने खेले हैं कम मैच
जबकि अश्विन ने महज 11 सीरीजों के दौरान 28 मैच खेलकर चार बार ये कारनामा कर दिया. अब अश्विन का लक्ष्य होगा कि वो साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली 4 मैचों की सीरीज में ये उपलब्धि हासिल कर इन दोनों दिग्गजों के रिकॉर्ड में और सुधार करते हुए उसे अपने नाम कर लें.