
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नोटबंदी की सालगिरह पर बुधवार को कांग्रेस समेत अन्य विरोधी दलों पर 'काला दिवस' मनाने की योजना पर करारा हमला बोला है. भोपाल में रविशंकर ने कहा कि नोटबंदी का फैसला देश और आम लोगों के हित में है, जो इसका विरोध कर रहे हैं, वे बेईमानी के समर्थक हैं. नोटबंदी से नक्सलवाद, पत्थरबाजी और 'देह व्यापार' में कमी आई है.
प्रसाद ने यहां बीजेपी कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि नोटबंदी के चलते कालाधन बाहर आया है. एक ऐसी कंपनी थी, जिसका बैलेंस शून्य था और उसने नोटबंदी के बाद 2484 करोड़ रुपये बैंक में जमा किए और निकाल लिए. बैंक में जमा हुए तीन लाख 60 हजार करोड़ रुपये जांच के दायरे में हैं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के चलते नक्सलवाद, पत्थरबाजी और देह व्यापार में कमी आई है, बाद में अपनी बात को संभालते हुए उन्होंने 'देह व्यापार' शब्द को दलालों से जोड़ा.
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि नोटबंदी से लगभग 98 प्रतिशत पुराने नोट बैंकों में आ गए हैं. कांग्रेस को इससे तकलीफ है, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह नोटबंदी के खिलाफ जो बोल रहे हैं, आजकल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तरह वह भी लिखा हुआ भाषण पढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह 10 साल भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं और बहुत ही कम बोलते थे. लेकिन यह उनकी भाषा नहीं है, लग रहा है कि जिस तरह से राहुल गांधी का भाषण कोई और लिखता है, उसी तरह से आजकल मनमोहन सिंह जी का भाषण कोई और लिख रहा है
रविशंकर ने कहा कि हमें इस बात का आश्चर्य है कि जहां नोटबंदी के एक साल बाद भारत के ईमानदार पथ पर आम हिंदुस्तानी के कदम का सम्मान करने वाले थे, वहीं कांग्रेस पार्टी ने निर्णय किया कि वह इसके एक साल पूरा होने पर काला दिवस मनाएंगे. हमें एक बात समझ में नहीं आती कि कांग्रेस पार्टी को ईमानदारी से चिढ़ क्यों है. प्रसाद ने कहा कि नोटबंदी से आज दिल्ली में लॉबी एवं बिचौलियों के बाजार बंद हो गये हैं.