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CAC के साथ इंटरव्यू में शास्त्री ने बताया- वर्ल्ड कप में क्यों फेल रहा टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर

क्रिकेट सलाहकार समिति के साथ इंटरव्यू के दौरान रवि शास्त्री ने कहा कि चयनकर्ताओं और मेरे बीच बातचीत में तालमेल की कमी रही. मैं चयनकर्ताओं की कमेटी का हिस्सा नहीं रहता था. यह बात सच है कि पिछले करीब एक साल के अंदर हुईं चयनकर्ताओं की बैठकों में रवि शास्त्री नहीं बल्कि विराट कोहली शामिल होते रहे.

रवि शास्त्री (Courtesy- ANI) रवि शास्त्री (Courtesy- ANI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 10:23 AM IST

कपिल देव की अगुवाई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) द्वारा रवि शास्त्री को टी-20 विश्व कप 2021 तक के लिए टीम इंडिया के मुख्य कोच के रूप में फिर से नियुक्त कर लिया गया है. वह तीसरी बार टीम इंडिया के कोच बने हैं.

रवि शास्त्री जिन्हें टीम इंडिया के मुख्य कोच के तौर पर पहले ही सबसे पसंदीदा माना जा रहा था, उन्हें स्किल्स और टीम को टॉप लेवल पर पहुंचाने की कला के दम पर मुख्य कोच चुना गया.

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CAC सदस्यों का कहना है कि शास्त्री का इंटरव्यू कोई भाषण नहीं था, बल्कि 40 घंटे तक उनका प्रेजेंटेशन चला. इसके बाद उनसे पूछा गया कि मध्य क्रम की जो कमी थी, उसके लिए आपने क्या किया, ये कमी क्यों रह गई?

'तालमेल की कमी'

इस पर शास्त्री ने कहा, 'चयनकर्ताओं और मेरे बीच बातचीत में तालमेल की कमी रही. मैं चयनकर्ताओं के कमेटी का हिस्सा नहीं रहता था.' यह बात सच है कि पिछले करीब एक साल के अंदर हुईं चयनकर्ताओं की बैठक में रवि शास्त्री नहीं बल्कि विराट कोहली शामिल होते रहे.

हालांकि, इन बैठकों में कप्तान और कोच की सिर्फ राय होती है, लेकिन शास्त्री बदलाव चाहते थे. ऐसी तमाम बातें कोच के चयन के दौरान भी हुईं. कोच के चयन के लिए 5 पैरामीटर्स तय किए गए थे, जिन पर शास्त्री खरे उतरे और बाजी मार ली.

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यह भी कहा जा सकता है कि दूसरे दावेदार उतने मजबूत नहीं थे, इसलिए शास्त्री को इसका फायदा मिला और उन्हें दो साल के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का कोच चुन लिया गया.

CAC के एक सदस्य ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि शास्त्री ने बताया कि टीम प्रबंधन को वे खिलाड़ी नहीं मिले, जो वे विश्व कप में मध्य क्रम के लिए चाहते थे. हालांकि, टीम प्रबंधन के पास चयन समिति की बैठकों में वोट करने का अधिकार नहीं था. शास्त्री ने कहा कि खिलाड़ियों के चयन के दौरान कप्तान और कोच के इनपुट को भी चयन प्रक्रिया में शमिल किया जाना चाहिए.

टीम प्रबंधन पर दोष मढ़ा

हालांकि, विश्व कप के लिए टीम चयन की विसंगतियों के बारे में पूछे जाने पर मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने टीम प्रबंधन पर दोष मढ़ दिया था.

उन्होंने कहा, 'शिखर धवन के चोटिल होने पर केएल राहुल के रूप में पहले से ही हमारे पास एक सलामी बल्लेबाज था. उस समय हमारे पास टॉप पर बाएं हाथ का बल्लेबाज नहीं था. टीम प्रबंधन ने बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए अनुरोध किया था. ऐसे में ऋषभ पंत के अलावा हमारे पास कोई और विकल्प नहीं था. हमें उनकी क्षमता का पता था. यही कारण है कि पंत के रूप में एक बाएं हाथ के बल्लेबाज को बुलाया.

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हालांकि, इन सब किंतु-परंतु के बीच शास्त्री को मुख्य कोच चुन लिया गया है. शास्त्री का नया कार्यकाल टी-20 विश्व कप-2021 तक होगा. वो इस समय टीम के साथ विंडीज दौरे पर हैं और उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से CAC के समक्ष इंटरव्यू दिया. शास्त्री ने इस रेस में ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी और न्यूजीलैंड के माइक हेसन को पीछे छोड़ा.

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