
पेंशन समेत अपनी अन्य मांगों की खातिर भारतीय रिजर्व बैंक के कर्मचारी मंगलवार व बुधवार को हड़ताल पर जाने वाले थे. हालांकि सोमवार को उन्होंने इस प्रस्तावित हड़ताल पर ना जाने का फैसला ले लिया है.
यूनाइटेड फॉरम ऑफ रिजर्व बैंक ऑफिसर्स एंड इम्प्लॉइज ट्रेड यूनियन ने एक बयान जारी कर बताया कि गवर्नर और डेप्यूटी गवर्नर की अपील के बाद उन्होंने हड़ताल पर ना जाने का फैसला लिया है. ट्रेड यूनियन ने कहा, ''एक जिम्मेदार ट्रेड यूनियन होने के नाते हमने डेप्यूटी गवर्नर और गवर्नर की अपील मानने का फैसला लिया है. उन्होंने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए थोड़ा और समय मांगा है.''
ट्रेड यूनियन ने कहा कि हम जनवरी, 2019 के पहले हफ्ते तक हड़ताल पर नहीं जाएंगे. लेकिन अगर उसके बाद हमारी मांगों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया जाता है, तो फिर हड़ताल करेंगे. उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी डेप्यूटी गवर्नर विरल आचार्य को दे दी गई है.
दूसरी तरफ, केंद्रीय बैंक के कर्मचारियों की हड़ताल का हवाला देकर 4 और 5 सितंबर को बैंक बंद रहने का दावा किया जा रहा है. इस संबंध में एक मैसेज भी सोशल मीडिय पर वायरल हो रहा है.
हालांकि वित्त मंत्रालय ने साफ किया है कि सितंबर के पहले हफ्ते में बैंक खुले रहेंगे. दूसरी तरफ, आरबीआई के कर्मचारी हड़ताल पर भी चले जाते, तो भी इसका असर बैंकों के काम पर नहीं होना था.