
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एफडीआई, ग्रोथ रेट और आर्थिक भविष्यवाणी से इतर इस बार किसानों की वकालत करता नजर आ रहा है. किसानों की बढ़ती आत्महत्या से RBI परेशान दिखा और RBI की तरफ से डिप्टी गवर्नर एच आर खान ने इस मसले पर गहरी चिंता व्यक्त की.
क्या कहा RBI ने?
RBI के डिप्टी गवर्नर एच आर खान ने किसानों की आत्महत्या को रोकने के लिए बड़े कदम उठाने की वकालत की और अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इन आत्महत्याओं के लिए सिर्फ भरी ऋण ही अकेला कारण नहीं हैं. खान कर्ज माफी को कोई मुफीद कदम नहीं मानते. उन्होंने कहा की कर्ज माफी से बेहतर कई उपाय हैं उनपर विचार करने की जरूरत है. हालांकि उन्होंने कुछ आपवादों के लिए कर्ज माफी को सही भी बाताया पर इन सब से ऊपर बेहतर मैनेजमेंट को मजबूत करने की बात की जिससे ऐसी किसी भी स्थिति से बचा जा सके.
गजेन्द्र सिंह राठौड़ को किया याद
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की एक रैली में आत्महत्या करने वाले किसान गजेन्द्र सिंह राठौड़ की याद डिप्टी गवर्नर खान को भी आई. खान ने कहा कि गजेन्द्र की आत्महत्या किसानों की समस्याओं की खुली गवाही हैं. खान ने आगे कहा कि यह दुखद घटना बताती हैं कि आजादी के 60 साल बाद भी देश में किसनों की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. खान ने जोर देते हुए कहा कि कृषि के क्षेत्र में ढांचागत बदलाव की जरुरत है.