
सालों से कैप्टन कूल के रूप में जाने जा रहे महेंद्र सिंह धोनी को बांग्लादेश में आखिर गुस्सा क्यों आया? किसी को भरोसा ही नहीं हो रहा था कि ये वही धोनी हैं जिन्हें उनके ठंडे दिमाग के लिए जाना जाता है.
'कैप्टन कूल' से 'धक्केबाज धोनी' हुए MSD
जो होना था वो तो हो चुका कैप्टन कूल से धोनी अब धक्केबाज धोनी हो गए हैं और बदले में अपनी मैच फीस का 75 फीसदी भी गवां चुके हैं. लेकिन आखिर ऐसी नौबत आई ही क्यों, क्यों आया कैप्टन कूल को गुस्सा? दरअसल अगर हम धोनी के पिछले कुछ मैचों के स्कोर कार्ड पर नजर डालें तो साफ हो जाता है कि कप्तान का बल्ला उनसे रूठा हुआ है. तभी तो पिछले सात सालों से बर्फ की तरह ठंडे दिमाग से कप्तानी पारी खेल रहे धोनी का का खून मुस्तफिजुर रहमान पर खौल गया और उन्होंने उसे धक्का दे दिया. अगर आंकड़ों की मानें तो धोनी के टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने के पीछे भी उनकी खराब फॉर्म ही जिम्मेदार है.
क्या धोनी को याद है अपनी आखिरी मैच जिताऊ पारी?
धोनी ने वन-डे में आखिरी यादगार पारी वर्ल्ड कप की शुरुआत में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली थी जब उन्होंने 85 रनों की नॉटआउट पारी खेलकर रैना के साथ मिलकर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी. वर्ल्ड कप में ही धोनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 45 रनों की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई थी. इन दोनों पारियों के अलावा धोनी को कोई मैच जिताऊ पारी खेले हुए बहुत दिन हो गए हैं, वन-डे क्रिकेट के बेस्ट फिनिशर्स में से एक धोनी के लिए यह कितनी तकलीफ की बात है ये उनसे बेहतर कोई नहीं जान सकता.
आईपीएल में भी नहीं चले धोनी
यहां तक कि आईपीएल में भी धोनी 17 पारियों में सिर्फ 372 रन ही बना पाए जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 53 रन था. इतने बड़े कद के खिलाड़ी के लिए यह चिंता के साथ ही खुद पर गुस्सा करने का विषय भी हो सकता है. और धोनी का यही गुस्सा गुरूवार को मैदान पर देखने को मिला जब उन्होंने बांग्लादेश की तरफ से पदार्पण कर रहे तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को धक्का दे दिया.