
श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज भारतीय टीम ने 2-1 से जीती. इस दौरान रिकॉर्ड टूटने और बनने का सिलसिला चलता रहा. तीसरे टेस्ट के बाद क्या है रिकॉर्ड बुक का हाल? आइए डालते हैं एक नजर.
1. भारतीय टीम 22 साल बाद श्रीलंकाई सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीती . इससे पहले 1993 में मोहम्मद अजहरुद्दीन के नेतृत्व में टीम को यहां 1-0 से जीत मिली थी. सीरीज के बाकी दो टेस्ट ड्रॉ रहे थे.
2. विदेशी धरती पर यह टीम इंडिया की 2011 के बाद पहली जीत है. तब टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 से हराया था.
3. यह श्रीलंका के खिलाफ कुल 38 टेस्ट मैचों में भारत की 16वीं जीत है. 7 टेस्ट श्रीलंका ने जीते हैं जबकि शेष 15 ड्रॉ रहे. अब भारत का रिकॉर्ड इस प्रकार है. टेस्टः 492, जीतः 124, हारः 157 और ड्रॉः 209.
4. विराट कोहली की कप्तानी में यह केवल दूसरी जीत है. उनकी कप्तानी में टीम ने 6 टेस्ट खेले हैं. दो टेस्ट में हार जबकि दो में जीत और अन्य दो मैच ड्रॉ रहे.
5. लगभग एक साल बाद टीम में वापसी कर चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक (नाबाद 145 रन) बनाया. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने पिछला शतक (153) साउथ अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर 2013 में बनाया था. यह पुजारा का 7वां टेस्ट शतक है. पुजारा 49.29 की औसत से अब तक खेले गए 28 टेस्ट की 50 पारियों में 2218 रन बना चुके हैं. उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 206 रनों का है जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ नवंबर 2012 में बनाया था. पुजारा को अपनी इस शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया.
6. ईशांत शर्मा ने टेस्ट की पहली पारी में 54 रनों पर पांच विकेट लिए. पहली बार श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने पांच विकेट लिए. हालांकि यह सातवां ऐसा मौका है जब टेस्ट की किसी पारी में ईशांत ने पांच या इससे ज्यादा विकेट लिए.
7. दूसरी पारी में श्रीलंकाई शतकवीर कप्तान एंजेलो मैथ्यूज का विकेट चटका कर ईशांत 200 विकेट लेने वाले क्रिकेटरों की लिस्ट में शामिल हो गए.
8. टेस्ट मैच की दूसरी पारी में रोहित शर्मा ने पहली बार अर्धशतक जमाया. इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर था 39 रन जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में बनाया था. अब तक खेली गई 11 (दूसरी) पारियों में रोहित शर्मा ने महज 22 की औसत से 220 रन बनाए हैं. वैसे नवंबर 2013 में टेस्ट करियर की शुरुआत के बाद से रोहित का प्रदर्शन पहले दो टेस्ट को छोड़कर कुछ खास नहीं रहा है. पदार्पण मैच में शतक के साथ ही अगले टेस्ट में भी उन्होंने सेंचुरी जमाई. लेकिन इसके बाद से अब तक कोई शतक नहीं लगा सके. उन्होंने अब तक खेले गए 14 टेस्ट मैचों में 37.83 की औसत से 870 रन बनाए हैं. इसमें दो शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं.
9. श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने मैच की चौथी पारी में शतक जमाया. वो ऐसे चौथे श्रीलंकाई कप्तान हैं जिन्होंने किसी टेस्ट की चौथी पारी में शतक लगाया है. इससे पहले कुमार संगकारा 2009 में पाकिस्तान के खिलाफ यह कारनामा कर चुके हैं.
10. श्रीलंकाई विकेटकीपर कुशल परेरा ने अपने पदार्पण मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाया. इससे पहले टेस्ट क्रिकेट में केवल एक ही विकेटकीपर ने ऐसा कारनामा किया है. संयोग से दूसरे विकेटकीपर क्रिकेटर भी श्रीलंकाई ही हैं. ये हैं दिनेश चांदीमल.
11. 30 साल बाद तेज गेंदबाजों द्वारा एसएससी पर किसी टेस्ट मैच में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड टूटा. इस दौरान 28 विकेट तेज गेंदबाजों के खाते में गए. इससे पहले 1984-85 में श्रीलंका-न्यूजीलैंड मैच में 26 विकेट तेज गेंजबाजों ने लिए थे.
12. टेस्ट की चौथी पारी में एंजेलो मैथ्यूज 75.71 के औसत से खेल रहे हैं. यह टेस्ट की अन्य पारियों से उनका बेहतरीन रन औसत है. चौथी पारी में वो एक शतक और तीन अर्धशतक भी लगा चुके
हैं. अपनी 110 रनों की पारी के दौरान उन्होंने चौथी पारी में 500 रन भी पूरे किए. मैथ्यूज अब चौथी पारी में कुल 530 रन बना चुके हैं. मजेदार तो यह है कि 13 चौथी पारी में वो 7 बार नॉट आउट
रहे हैं. प्रत्येक पारियों में मैथ्यूज के रन बनाने का सिलसिला इस प्रकार है.
पहली पारीः कोई शतक नहीं, 8 अर्धशतक. 40.80 की औसत से 1020 रन.
दूसरी पारीः 3 शतक, 8 अर्धशतक. 50.17 की औसत से 1154 रन.
तीसरी पारीः 3 शतक, 4 अर्धशतक. 60.94 की औसत से कुल 1097 रन.
13. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने जहां तीन टेस्ट की सीरीज में भारत की ओर से सर्वाधिक 233 रन बनाए वहीं इस टेस्ट की दूसरी पारी में केवल 21 रन बना सके. अपने टेस्ट करियर में 45.06 की औसत से 2794 रन बना चुके कोहली का टेस्ट की तीसरी पारी में औसत बेहद खराब रहा है. तीसरी पारी में वो अब तक 15 बार बल्लेबाजी कर चुके हैं और उनका औसत केवल 21.80 रनों का है.
14. 169 रनों पर 8 विकेट लेकर श्रीलंकाई तेज गेंदबाज धमिका प्रसाद ने अपने करियर की बेस्ट बॉलिंग फिगर निकाली. हालांकि इस दौरान वो भारत के खिलाफ किसी भी श्रीलंकाई गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड बनाने से चूक गए जो 149 रनों पर 8 विकेट के साथ अब भी रमेश रत्नायके के नाम पर दर्ज है. इससे पहले प्रसाद का रिकॉर्ड 135 रनों पर 7 विकेट था जो उन्होंने इसी साल जून में पाकिस्तान के खिलाफ बनाए थे.
15. इस सीरीज में पहले विकेट के लिए न्यूनतम रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड भी टूटा. इस सीरीज के दौरान किसी भी टीम की ओर से पहले विकेट के लिए 15 रनों से अधिक का ओपनिंग स्टैंड नहीं हुआ. टेस्ट इतिहास में अब तक खेली गई 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में पहले विकेट के लिए सबसे कम रनों की साझेदारी का यह एक नया रिकॉर्ड है.