
पाकिस्तानी बल्लेबाज लगभग 6 साल बाद अपनी सरजमीं पर वनडे खेल रहे थे और उन्होंने ऐसी बल्लेबाजी की मानो बीते सालों की कसर पूरी कर रहे हों. अपने दर्शकों के बीच पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने क्रिकेट की शानदार नुमाइश की और इस दौरान उन्होंने एक ऐसा रिकॉर्ड तोड़ डाला जिसे सात साल पहले उनके चिर प्रतिद्वंद्वी भारत ने उनकी सरजमीं पर बनाया था. मैच लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेला जा रहा था.
पाकिस्तान ने अपनी पारी में 375 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और यही वो रिकॉर्ड है. दरअसल, वनडे की किसी एक पारी में पाकिस्तानी सरजमीं पर बनाया गया यह सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड है जो अब पाकिस्तान के नाम हो गया है.
जिम्बाब्वे के खिलाफ लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में तीन विकेट पर पाकिस्तान ने 375 रन बनाए जो अब पाकिस्तान में किसी भी वनडे की एक पारी में बना सबसे बड़ा स्कोर है. इससे पहले यह रिकॉर्ड भारत के नाम पर था जिसने 2008 में एशिया कप में हांगकांग के खिलाफ कराची में चार विकेट पर 374 रन बनाए थे. जहां तक पाकिस्तान का सवाल है तो इससे पहले उसका अपनी सरजमीं पर सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड छह विकेट पर 353 रन था जो उसने इंग्लैंड के खिलाफ 2005 में कराची में बनाया था.
पाकिस्तान का यह वनडे में दूसरा सर्वोच्च स्कोर भी है. उसने बांग्लादेश के खिलाफ 2010 में डाम्बुला में सात विकेट पर 385 रन बनाए थे. पाकिस्तानी पारी के दौरान उसके शीर्ष क्रम के चार बल्लेबाजों ने 70 से अधिक रन बनाए.
मोहम्मद हफीज ने 86, कप्तान अजहर अली ने 79, शोएब मलिक ने 112 और हारिस सोहेल ने नाबाद 89 रन बनाए. एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में यह पहला अवसर है जबकि चार बल्लेबाजों ने एक पारी में 70 से अधिक का स्कोर बनाया. वैसे वनडे में यह कुल 50वां अवसर है जबकि वनडे की एक पारी में चार बल्लेबाजों ने 50 से अधिक रन बनाए.