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मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में भारी बारिश की रेड वार्निंग

मध्य भारत लगातार भीषण बारिश से जूझ रहा है. वहीं उत्तर-पश्चिम भारत के लिए भी मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. भारी से बहुत भारी बारिश का ये अलर्ट 14 और 15 जुलाई के लिए है.

बाढ़ जैसे हालात के बीच जारी है राहत कार्य बाढ़ जैसे हालात के बीच जारी है राहत कार्य
सिद्धार्थ तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 11 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 7:29 PM IST

मध्य भारत लगातार भीषण बारिश से जूझ रहा है. वहीं उत्तर-पश्चिम भारत के लिए भी मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. भारी से बहुत भारी बारिश का ये अलर्ट 14 और 15 जुलाई के लिए है.

भूस्खलन और फ्लैश फ्लड का खतरा बढ़ा
जिन इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है, वो हैं उत्तराखंड, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश. चिंता की बात यह है कि उत्तराखंड में पिछले दिनों हुई झमाझम बारिश की वजह से वहां कि चट्टानों में पानी को सोखने की क्षमता कम है और ऐसे में भारी बारिश की स्थिति में तमाम इलाकों में भूस्खलन और फ्लैश फ्लड का खतरा बढ़ गया है.

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12-13 जुलाई को मध्य भारत में झमाझम बारिश
मौसम विभाग, नई दिल्ली के डीडीजीएम ए के शर्मा ने बताया कि दरअसल 12 और 13 जुलाई को मध्य भारत के तमाम इलाकों में झमाझम बारिश देने के बाद वहां बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ने की संभावना है. ऐसे में मानसून का ट्रफ मध्य भारत से हटकर उत्तर भारत की तरफ चल देगा और ऐसी स्थिति में उत्तर भारत में बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी.

हिमालय की तलहटी में ठहरेगा मानसून का ट्रफ
ऐसा अनुमान है कि मानसून का ट्रफ हिमालय की तलहटी में आकर ठहर जाएगा और उसके बाद फिर से नीचे की तरफ खिसक जाएगा. इस वजह से हिमालय की तलहटी में बसे सभी इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की पूरी संभावना बताई जा रही है.

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उत्तरी राज्यों में 13 जुलाई से बदलेगा मौसम
इसका सीधा सा मतलब ये हुआ कि पंजाब और हरियाणा के हिमाचल से सटे इलाकों, उत्तर प्रदेश के तराई वाले इलाकों, उत्तराखंड में देहरादून-मसूरी, नैनीताल, उधमसिंह नगर, हल्द्वानी, पंतनगर, टनकपुर में 13 तारीख की रात से मौसम बदल जाएगा और झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा.

दिल्ली-एनसीआर में 14-15 जुलाई को बारिश
दिल्ली-एनसीआर के तमाम इलाकों में 14 और 15 जुलाई को अच्छी बारिश होने की खासी संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश में तेजी से इजाफा होने के संकेत तो मिल रहे हैं, लेकिन अभी भी ये कहना थोड़ा मुश्किल है कि किन इलाकों में बहुत भारी बारिश होने वाली है. लेकिन ये स्थिति अगले दो दिनों में काफी हद तक साफ हो जाएगी.

पश्चिमी राज्यों में भारी बारिश की रेड वार्निंग
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य महाराष् ट्र, गुजरात और पूर्वी राजस्थान के लिए भारी से बहुत भारी बारिश की रेड वार्निंग जारी कर दी है. भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका इस वजह से गहरा गई है क्योंकि कम दबाव का क्षेत्र इंदौर के आसपास ठहर गया है और धीरे धीरे पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है.

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अगले 48 घंटों तक होगी 12-25 सेमी बारिश
इस वेदर सिस्टम के चलते मानसूनी हवाएं इस इलाके की तरफ खिंच रही हैं और घने बादलों को बना रही हैं. इस वजह से एक बड़े इलाके में अगले 48 घंटों तक 12 सेंटीमीटर से लेकर 25 सेंटीमीटर तक की बहुत भारी बारिश होने की आशंका है.

बाढ़ जैसे हालात के बीच जारी है राहत कार्य
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के तमाम इलाके इन दिनों भारी बारिश के चलते बाढ की स्थिति का सामना कर रहे हैं. 2 जुलाई से सतना के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनना शुरू हुआ और इसके चलते पूर्वी मध्य प्रदेश के तमाम इलाकों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया.

मध्य प्रदेश के सभी इलाकों में बारी बारिश
झमाझम बारिश की वजह से कटनी, मैहर, उमरिया, मंडला और सतना में नदी-नाले उफान पर आ गए और कई जगहों पर बाढ़ की गंभीर स्थिति बन गई. भारी बारिश का ये सिलसिला पूर्वी मध्य प्रदेश तक ही सीमित नहीं रहा.

5 जुलाई आते-आते पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी अतिवृष्टि ने बाढ़ की स्थिति बनानी शुरू कर दी. भोपाल से लेकर होशंगाबाद और उज्जैन तक झमाझम बारिश का जो दौर शुरू हुआ वो अभी तक जारी है.

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मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर लंबा खिंचा
मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश में भारी बारिश का दौर कुछ लंबा खिंच गया. इसके पीछे कहीं न कहीं कम दबाव क्षेत्र को लगातार मिल रही नमी को जिम्मेदार माना जा रहा है. मध्य प्रदेश में हुई झमाझम बारिश के चलते नर्मदा, केन, बेतवा, बंजर, हलोन नदियां उफना गई हैं. कई जगहों पर बाढ़ का कहर लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है.

मौसम विभाग के मुताबिक इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, विदिशा, खांडवा, होशंगाबाद और आसपास के इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश का दौर 12 और 13 जुलाई को भी बना रहेगा.

महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में भी अलर्ट
इसके साथ ही मध्य महाराष्ट्र के तमाम इलाकों में अगले 48 घंटों तक भारी से बहुत भारी बारिश का दौर बना रहेगा. इस दौरान लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. उधर गुजरात में खासतौर पर दक्षिण गुजरात के सूरत से लेकर अहमदाबाद तक के इलाके में अतिवृष्टि की खासी संभावना है. इस वजह से स्थानीय प्रशासन को मौसम विभाग ने सतर्क कर दिया है.

इसी के साथ पूर्वी राजस्थान के उस इलाके में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है, जो गुजरात या मध्य प्रदेश से सटा हुआ है. इन स्थितियों में मौसम विभाग ने तमाम सरकारी एजेंसियों को सतर्क रहने को कहा है.

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