
पंजाब विधानसभा चुनाव में अपने ही अपनों के सामने दम दिखाने में लगे हैं. पंजाब के कई ऐसे राजनीतिक परिवार हैं जिनमें खून के रिश्तों को भुलाकर अपने ही अपनों के सामने चुनावों में दम भरने में लगे हैं. अगर परिवार में किसी एक को टिकट मिल गया और दूसरे को टिकट नहीं मिला तो वो सदस्य अपने ही पिता, भाई और भतीजे के सामने चुनाव मैदान में हैं.
मलेरकोटला विधानसभा क्षेत्र से चार बार चुनाव लड़ चुकी कांग्रेस की नेता रजिया सुल्ताना जोकि पंजाब पुलिस के डीजी की पत्नी भी हैं वो इस बार फिर से कांग्रेस की टिकट पर मलेरकोटला से चुनाव मैदान में हैं. लेकिन इस बार उन्हें उनका ही सगा भाई अरशद डाली जो कि पंजाबी सिनेमा का नामी चेहरा भी है, उन्हें आम आदमी पार्टी की टिकट पर मलेरकोटला से टक्कर दे रहा है. रिश्तों में खटास इस कदर आ चुकी है कि अरशद कह रहे हैं कि वो अपनी सगी बहन से रिश्ता ही तोड़ चुके हैं और ये लड़ाई रिश्तों की नहीं बल्कि पार्टी और विचारधारा की है वहीं उनकी बहन रजिया सुल्ताना भी अपनी जीत का दम भर रही हैं और अपने छोटे भाई को हराने की बात कह रही हैं.
सुनाम विधानसभा क्षेत्र में जीजा और साले के बीच कड़ी टक्कर है. जहां आम आदमी पार्टी की टिकट पर अमन अरोड़ा चुनाव मैदान में हैं तो वहीं कांग्रेस से टिकट ना मिलने पर अमन के सगे जीजा राजिंदर दीपा निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं और अपने ही साले को टक्कर दे रहे हैं. वैसे तो चुनाव मैदान में और भी राजनीतिक पार्टियों के कैंडिडेट सुनाम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं लेकिन जीजा-साले की ये लड़ाई पूरे सुनाम में चर्चा का मुद्दा बनी हुई है.
बटाला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर अश्विनी सेखड़ी चुनाव मैदान में हैं और उनके सगे भाई इंद्र सेखड़ी कांग्रेस से टिकट ना मिलने पर अपना पंजाब पार्टी की टिकट पर अपने ही भाई को टक्कर दे रहे हैं. विधानसभा पहुंचने की चाह में दोनों ही भाई रिश्तों को भूलकर एक-दूसरे को पटखनी देने की बात कह रहे हैं.
गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री संतोश सिंह रंधावा के परिवार में भी खींचतान चल रही है. दो बार से कांग्रेस विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा एक बार फिर से मैदान में है तो वहीं उनके सगे भतीजे दीपइन्द्र सिंह रंधावा अपना पंजाब पार्टी की टिकट पर अपने ही चाचा को हराने का दावा कर रहे हैं.
वहीं नवांशहर विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री स्वर्गीय दिलबाग सिंह का परिवार चर्चा में है. इस विधानसभा क्षेत्र में दिलबाग सिंह के पोते अंगद सिंह कांग्रेस की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं और अपने ही सगे ताऊ चरनजीत सिंह चन्नी, आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, उनको कड़ी टक्कर दे रहे हैं. दोनों ही ताऊ-भतीजा एक-दूसरे को हराने का दम भर रहे हैं.