
खुदरा महंगाई दर जून महीने में बढ़कर 5 प्रतिशत हो गयी. मई में ये 4.87 प्रतिशत थी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से ये आंकड़ा जारी किया गया है. बता दें, बीते 5 महीनों में जून में महंगाई सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है.
इसके अलावा औद्योगिक उत्पादन में गिरावट भी गिरावट दर्ज की गई है. मई माह में औद्योगिक उत्पादन में 3.2 प्रतिशत रहा है, जबकि अप्रैल महीने में यह आंकड़ा 4.9 पर्सेंट था. हालांकि पिछले साल मई में औद्योगिक उत्पादन 2.9 प्रतिशत था. इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन इंडेक्स में आई बड़ी कमजोरी की अहम वजह मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गिरावट को माना जा रहा है.
बता दें, इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन के इंडेक्स में 40.27 पर्सेंट हिस्सेदारी 8 इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स की रही है. इनमें कोयला, क्रूड ऑइल, नैचरल गैस, रिफाइनरी प्रॉडक्ट्स, फर्टिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर शामिल हैं.
बता दें, भारतीय रिजर्व बैंक के जून में ही ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी करने के बाद फिर इनमें बढ़ोतरी करने का मन बनाया था. वैश्विक फर्म एचएसबीसी ने यह आशंका जताई थी. फर्म के मुताबिक महंगाई को नियंत्रण में रखने के लिए आरबीआई आगे भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है.