जर्मनी को हराकर भारतीय हॉकी टीम न सिर्फ क्वार्टर फाइनल में जगह बनाती, बल्कि अपने पूल में मनौवेज्ञानिक बढ़त भी हासिल करती. लेकिन मौजूद ओलंपिक चैंपियन जर्मनी ने खेल खत्म होने के महज तीन सेकेंड पहले गोल कर मुकाबला जीत लिया. जर्मनी के लिए ये महत्वपूर्ण गोल क्रिस्टोफर रूर ने किया.
जर्मनी ने आखिरी तीन सेकेंड में दी भारत को मात
दोनों ही टीमों के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला.
जर्मनी की ओर से निकलास वेलेन ने 18वें मिनट में एक बेहतरीन फील्ड गोल किया और भारत की तरफ से 23वें मिनट में रुपिंदर पाल सिंह ने पेनाल्टी कार्नर पर गोल करते हुए
स्कोर बराबर कर लिया. ओलंपिक में भारत की जर्मनी के खिलाफ यह चौथी हार है.
भारत ने जबरदस्त खेल दिखाया
भारत ने मैच के 12वें मिनट में जर्मनी के खेमे में आक्रमण किया. आकाशदीप ने शानदार तरीके से गेंद निक्किन थमैया को पास की. जिन्होंने गोलपोस्ट की तरफ रिवर्स शॉट मारा, लेकिन जर्मनी के
गोलकीपर निकोलस जैकोबि ने शानदार बचाव किया और गोल नहीं होने दिया. दूसरे क्वार्टर में जर्मनी ने गोल करते हुए बढ़त हासिल कर ली. लिनस बट ने बाईं ओर से गेंद वेलेने को दी जिन्होंने डिफेंडर सुरेन्द्र कुमार और गोलकीपर पी.आर. श्रीजेश को छकाते हुए बढ़त हासिल कर ली.
भारत का पलटवार
एशियाई चैंपियन भारत ने जल्दी पलटवार करते हुए पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया. रुपिंदर ने शानदार तरीके से गेंद को गोलपोस्ट के बाएं कोने में डाल स्कोर 1-1 कर दिया. यह इस टूनार्मेंट में रुपिंदर का तीसरा गोल है. रुपिंदर ने आयरलैंड के खिलाफ मिली जीत में दो गोल किए थे. दूसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया. हालांकि भारतीय टीम ने यहां कुछ मौके जरूर गंवाए. तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम जर्मनी पर हावी दिखी. भारत को इस दौरान एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार
रुपिंदर की किस्मत ने साथ नहीं दिया और जर्मन गोलकीपर ने गेंद को बाहर कर दिया.
जर्मनी की वापसी