
अकाली दल के नेता सुखबीर बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल सहित कुछ दंगा पीड़ित बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले. सुखबीर बादल का कहना है कि जिन्होंने 34 साल तक इंसाफ की लड़ाई लड़ी और सज्जन कुमार और उनके साथियों को जेल के अंदर कराया. इनके ऊपरबहुत दबाव डाला गया, डराया गया धमकाया गया. करोड़ों का लालच दिया गया पर इन्होंने कौम की लड़ाई लड़ी.
बादल ने आगे कहा कि 34 साल पहले सन 1984 में राजीव गांधी के आदेश पर सज्जन कुमार, टाइटलर और एचकेएल भगत और उनके साथी कांग्रेस विधायकों ने 5 दिन में हजारों सिखों का कत्लेआम किया. इसमें बड़ी बात यह थी कि हजारों का कत्लेआम हुआ और इंसाफ एक को भी नहीं मिला.
सुखबीर बादल ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि हर बार जब लड़ाई लड़ी जाती थी तब कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार गवाहों के ऊपर दबाव डालते थे. अपने पावर का इस्तेमाल करके सारे के सारे मुकदमों को वह दबाते थे और बंद कर देते थे लेकिन आज प्रधानमंत्री नेइनकी बहादुरी की सराहना की. इन्होंने ये लड़ाई ऐसे दुश्मन के खिलाफ लड़ी जो कि बहुत ही पावरफुल था. एक गरीब परिवार के होने के नाते इन्होंने लड़ाई लड़ी. देश को इनके ऊपर नाज है.
अकाली नेता बादल ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लेते हुए कहा कि अभी तो यह शुरुआत है. अभी टाइटलर और हजारों कांग्रेस लीडर जेल के अंदर जाने हैं. मैं तो यह कहना चाहता हूं इससे ज्यादा सबूत राजीव गांधी के खिलाफ नहीं मिल सकता जितना बड़ा सबूत हाईकोर्ट ने जजमेंट में दे दिया. सुखबीर सिंह बादल ने मांग की है कि राजीव गांधी की बेशक मृत्यु हो गई है लेकिन एक नई एफआईआर उनके खिलाफ दर्ज होनी चाहिए. अदालत में केस चलना चाहिए. असली दोषी राजीव गांधी का गांधी परिवार है जिन्होंने हजारों सिखों का कत्लेआम कराया.
कैसे हुआ इनके साथ अत्याचार
बादल ने कहा कि बीबी जगदीश कौर के पिता स्वतंत्रता सेनानी थे. उनके पति आर्मी में थे. आर्मी में होते हुए इनके पति का मर्डर किया गया. सिख कम्युनिटी चाहती है कि देश में जहां भी गांधी परिवार के नाम पर शहर, एयरपोर्ट या रोड हों, कोई भी स्कीम हो, सबका नाम वहां सेनिकाल दिया जाए. निकाल देना चाहिए.