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ऋषि कपूर बातों को खुल्लम खुल्ला तरीके से कहने के लिए जाने जाते हैं. अब जब उनकी बायोग्रफी रिलीज हुई है तो उनका यह अंदाज इस किताब में भी नजर आया है. शायद तभी इसे नाम भी 'खुल्लम खुल्ला: ऋषि कपूर अनसेंसर्ड' दिया गया है.
अपनी जिंदगी पर आधारित इस किताब में ऋषि कपूर ने अपने पिता और इंडस्ट्री के सबसे बड़े शोमैन राज कपूर के बारे में भी कई खुलासे किए हैं. बता दें कि अपनी फिल्मों के अलावा राज कपूर अपनी कलरफुल लाइफ के लिए भी जाने जाते थे. नरगिस और वैजयंतीमाला से उनके अफेयर की खबरें लंबे समय तक चर्चा में रहीं.
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ऋषि कपूर ने अपनी बायोग्रफी में अपने पापा के बारे में और भी विस्तार से बताया है. इसमें उन्होंने खासतौर पर सिनेमा, शराब और लीडिंग लेडी के लिए उनका प्यार का विषय उठाया है.
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एक मीडिया एजेंसी के रिपोर्ट्स की मानें तो ऋषि ने अपने किताब की शुरुआत में नरगिस से अपने पिता के अफेयर के बारे में बताया है. ऋषि कपूर ने बताया- मेरे पिता 28 साल के थे और चार साल पहले ही उन्हें हिंदी सिनेमा का शोमैन का ख़िताब मिल गया था. उनको किसी से प्यार था लेकिन दुर्भाग्य से मेरी मां से नहीं बल्कि किसी और से. उनकी गर्लफ्रेंड उस वक्त की बड़ी हिट फिल्मों, जैसे आग (1948), बरसात (1949) और आवारा (1951) में उनकी हीरोइन थीं.
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ऋषि कपूर ने नरगिस को राज कपूर की 'इन-हाउस' हीरोइन तक कहा है.
वहीं इस किताब के अन्य सेक्शन में ऋषि ने अपने पिता राज कपूर और बॉलीवुड एक्ट्रेस वैजयंतीमाला के रिश्ते के बारे में भी खुलासा किया है. हालांकि वैजयंतीमाला ने राज कपूर के मरने के बाद उनसे अफेयर होने की इन खबरों को खारिज कर दिया था.
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ऋषि कपूर के शब्दों में- मुझे याद है जब पापा और वैजयंतीमाला इन्वॉल्व थे तो मैं अपनी मां के साथ मरीन ड्राइव के नटराज होटल में आ गया था. होटल के बाद हम चित्रकूट बिल्डिंग में दो महीने के लिए शिफ्ट हो गए थे. मेरे पिता ने वो अपार्टमेंट मेरे और मेरी मां के लिए दिलाया था. उन्होंने मां को वापस लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन जब तक उनकी लाइफ का वो चैप्टर खत्म नहीं हुआ मां ने भी हार नहीं मानी.