
बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद अब आरजेडी सड़क पर उतर गई है. रात में जहां तेजस्वी और उनके समर्थकों ने राजभवन तक विरोध मार्च किया वहीं अब राज्यभर में धरना-प्रदर्शन भी शुरू हो गया है. पटना में ऐतिहासिक महात्मा गांधी सेतु पर आरजेडी समर्थकों ने धरना दिया. पूरे बिहार में आरजेडी ने नीतीश के खिलाफ विश्वासघात दिवस मना रही है. वहीं अब राजद के विधायक सुबह 11 बजे बैठक करेंगे. राजद के धरने के कारण कई जगह जाम लग गया है. कांग्रेस ने भी दोपहर ढाई बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है.
इससे पहले तेजस्वी यादव आरजेडी विधायकों के साथ देर रात राज्यपाल से भी मिले थे. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के राज्यपाल के पास संविधान बचाने का ऐतिहासिक मौका है. सरकार बनाने का न्योता नीतीश को देने और शपथ ग्रहण का समय सुबह दस बजे ही कर देने के विरोध में आरजेडी और कांग्रेस के विधायकों ने राजभवन तक मार्च किया. यह मार्च आरजेडी नेता तेजस्वी और तेजप्रताप के नेतृत्व में हुआ. तेजस्वी के साथ पांच आरजेडी नेता राज्यपाल से मिले.
उन्होंने कहा कि ये पूरा घटनाक्रम सुनियोजित ढंग से हुआ है. एनडीए के लोगों ने तानाशाह की तरह लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया है, बिहार की जनता के ऐतिहासिक जनादेश को अपमानित करने का प्रयास किया है. मुख्यमंत्री के खिलाफ आर्म्स एक्ट, मर्डर तक के गंभीर मामले हैं. कोर्ट में केस चल रहा है. वे इतने दाग होते हुए अब किस मुंह से फिर शपथ लेंगे.उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आखिर किस मुंह से बीजेपी के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं. वे 28 साल के एक लड़के से डर गए हैं. उनमें हिम्मत है तो फिर से जनादेश का सामना करें.
राज्यपाल से मुलाकात के बाद आरजेडी के विधायक अख्तरुल इस्लाम ने बताया कि आरजेडी ने राज्यपाल से बोम्मई केस के मुताबिक कार्य करने को कहा. विधायक ने 28 जुलाई को सदन में जेडीयू सरकार के विश्वास मत पास करने की बात कही है.
पूरे बिहार में प्रदर्शनका ऐलान
इसके पहले तेजस्वी समर्थन में तमाम कार्यकर्ता और नेता भी रात दो बजे पटना की सड़कों पर उतर आए और वे विधायकों के साथ मार्च किया. आरजेडी नेताओं का कहना है कि सबसे बड़ा विधायक दल उनके पास होने के बावजूद राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता नहीं दिया और बीजेपी-जेडीयू को बुला लिया.
आरजेडी नेता इस बात से भी काफी नाराज हैं कि राज्यपाल ने पहले उन्हें सुबह 11 बजे मिलने का समय दिया था, लेकिन नीतीश को सुबह 10 बजे ही शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित कर लिया है. यह उनके साथ एक तरह का धोखा है. आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद ने इसे लोकतंत्र की हत्या और बिहार की राजनीति का काला अध्याय बताया.उन्होंने कहा कि जेडीयू- बीजेपी ने साजिश के तहत 10 बजे ही शपथ ग्रहण कराने का इंतजाम किया है ताकि हम लोग कोर्ट की शरण में न जा सकें.
आरजेडी इसे एक बड़ा मसला बनाना चाहती है और इस पर व्यापक जनसमर्थन जुटाने की तैयारी की जा रही है.