
बिहार टॉपर्स घोटाला मामले में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. सबसे सनसनीखेज खुलासा आरजेडी के एमएलसी सुबोध राय ने किया है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि टॉपर्स घोटाले को लेकर उन्हें सारी जानकारी थी. यही नहीं, उन्हें यह भी पता था कि हाजीपुर में किस तरह बच्चा राय का करोबार संपन्न हुआ. सुबोध राय खुद भी हाजीपुर के रहने वाले हैं.
'आज तक' से खास बातचीत में सुबोध राय ने बताया कि कैसे विशुन राय कॉलेज का प्रिंसिपल बच्चा राय छात्रों से पैसे की उगाही करता था और कैसे उसका कारोबार लगातार बढ़ता गया. MLC सुबोध कहते हैं, 'टॉपर्स घोटाला के सामने आने से लोगों में खुशी है.'
टॉपर बनाने के लिए लेता था 1 से 2 लाख रुपये
उन्होंने बताया कि कैसे बच्चा राय के कारनामों से वैशाली के लोग तंग आ चुके थे. वह कहते हैं, 'बच्चा राय छात्रों को टॉप करवाने के लिए अनाप-शनाप रकम वसूलता था. वह इसके लिए 1 लाख से 2 लाख रुपये तक लेता था.'
'मार्कशीट और सर्टिफिकेट के लिए भी लेता था पैसे'
विधायक ने कहा, 'कई बार बच्चा राय बच्चों को मार्कशीट और सर्टिफिकेट नहीं देता था और इसके एवज में खूब बड़ी रकम वसूलता था. अगर कोई छात्र किसी की पैरवी पर आता तो भी बच्चा राय उससे एक्स्ट्रा पैसे चार्ज करता था.' हमें कई छात्रों और अभिभावकों से शिकायत मिली कि बच्चा राय उनकी मार्कशीट और सर्टिफिकेट नहीं दे रहा है.
'बच्चा राय से आरजेडी का कोई रिश्ता नहीं'
सुबोध राय ने इसके साथ ही उन दावों को खारिज किया, जिसमें कहा गया कि बच्चा राय पूर्व में आरजेडी का नेता रह चुका है. उन्होंने कहा, 'उसका आरजेडी से कोई संबंध नहीं रहा है. ना ही आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से ही कोई लिंक है.'
जल्द होगी बच्चा की गिरफ्तारी
एमएलसी ने इसके साथ ही भरोसा दिलाया कि महागठबंधन की नीतीश सरकार अपना काम बखूबी कर रही है. टॉपर्स घोटाला मामले में जो भी मुख्य आरोपी हैं सभी पर कार्रवाई होगी, बच्चा राय भी जल्द ही गिरफ्तार हो जाएगा. सुबोध राय ने बताया कि बच्चा राय पटना से भी छात्रों नामांकन करता था और उन्हें टॉपर बनाने का वादा करता था.