
हाउसिंग सोसाइटी के प्लाट को लेकर सुशील मोदी के आरोप पर सोसाइटी के सचिव भोला यादव का कहना है कि इसमें कोई गड़बड़ी या गलत आवंटन नहीं हुआ है. वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी के आरोप का तो सीधा जवाब नहीं दिया लेकिन कहा कि जो आरोप मोदी पर आरजेडी की तरफ से लगाए गए हैं उसका जवाब वो क्यों नहीं दे रहे हैं.
आरोपों का जवाब देने से बच रहे मोदी
लालू प्रसाद यादव पर जमीन घोटाले के आरोप को बकवास बताते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सुशील मोदी के भाई भतीजों ने फर्जीवाड़ा किया है. उन्होंने कहा कि मैं साफ सवाल पूछता हूं कि आरके मोदी उनके भाई हैं
या नहीं? आशियाना प्राइवेट लिमिटेड कंपनी उनकी है या नहीं. दिलीप छाबड़िया डायरेक्टर है या नहीं, उनके भाई से व्यवसायिक संबंध हैं या नहीं.
तेजस्वी ने कहा कि सुशील मोदी डिप्टी सीएम रह चुके हैं, लेकिन वो अब अपना स्तर गिरा चुके हैं. उनके भाई महावीर मोदी पटना में अवैध फ्लैट बनाने का काम कर रहे हैं. जिसके दस्तावेज हम लोगों को मिलने वाले हैं. सुशील मोदी अब तक लगाए गए आरोपों का जवाब नहीं दे रहे हैं. ये भी नहीं बोल रहे हैं कि आरके मोदी मेरा भाई नहीं है. सुशील मोदी खुलकर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं?
सभी दलों के लोगों को हुआ आवंटन
दूसरी तरफ हाउसिंग सोसाइटी के सचिव भोला यादव का कहना है कि मैं इतना ही बताना चाहता हूं जो सदस्य है उस समिति के वो माननीय हैं. बिहार के विधायक, सांसद, विधान पार्षद, राज्य सभा सांसद के अलावा
कोई बाहरी व्यक्ति नहीं है. भले ही वो आज की डेट में पूर्व हो गए हो लेकिन जो भी सदस्य है वो माननीय है और इसमें कोई दल विशेष का कब्ज़ा नहीं है. सभी दल के लोगों को जो प्लाट का आवंटन हुआ था वो खुले
मैदान में लॉटरी के द्वारा हुआ था. सभी दलों के लोगों को प्लाट आवंटन हुआ था.
भोला यादव ने कहा कि कॉपरेटिव का रूल रेगुलेशन सुशील जी को मालूम होगा. उस समय एक प्लॉट 37 हजार रुपये में 24 sq ft लीज किया गया था और उस प्लॉट में शर्त थी कि अगर आपको जरुरत नहीं है तो समिति को वापस कर दीजिए अन्यथा समिति के मेंबर से ही आप ट्रांसफर कर सकते हैं. उसके तहत समिति के मेंबर आपस में बदला बदली किए हैं. उस बदला बदली के तहत हर एक दल के लोग लिए हैं. जिसमें राम विलास पासवान जी, लोक लेखा समिति के सदस्य नन्द किशोर यादव जी ने भी लिए हैं. हर साल समय पर लीज रिनिवल और ऑडिट होता है. किसी तरह की अनिमियता नहीं है. मोदी जी जब चाहे जांच करा लें, कोई गलत या नाजायज आवंटन नहीं हुआ है.