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सहकर्मी के यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे टेरी के आर.के. पचौरी को एक्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन पद पर प्रमोशन दिए जाने के बाद आरोप लगाने वाली महिला काफी नाराज है. अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उसने एक खुला खत लिखा है.
आरोप लगाने वाली महिला ने पचौरी की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए मामले में कानूनी कार्रवाई की भी बात कही है. महिला के वकील प्रशांत मेंदिरात्ता ने कहा, 'आरोपी को नया बद दिया गया है, जाहिर है उसे ज्यादा ताकत भी दी गई है लेकिन हम हार नहीं मानेंगे. आरोपी के प्रति टेरी का जो लगाव है और शिकायतकर्ता की अनदेखी का मामला हम कोर्ट में उठाएंगे. इस मामले की सुनवाई 11 फरवरी को होनी है.'
महिला ने कहा- पचौरी पर हो क्रिमिनल केस
महिला ने अपने पत्र में लिखा है, 'आरोपी को लेकर जो फैसला लिया गया है उससे वह हैरान है. टेरी की गवर्निंग काउंसिल की ओर से लिए गए फैसले की निंदा करते हुए उसने कहा कि पचौरी को एक्जीक्यूटिव पावर देकर टेरी पर राज करने का मौका दिया गया है, जबकि उसके खिलाफ क्रिमिनल केस होना चाहिए.'
आरोप लगाने वाली महिला ने लिखा- 'बेशर्मी की हद है. यौन उत्पीड़न के आरोप में जिस शख्स के खिलाफ केस चल रहा हो उसे प्रमोशन दिया जा रहा है. आपराधिक सोच रखने वाले शख्स को एक संस्थान चलाने के अधिकार दिए गए हैं.'
बता दें कि पचौरी पर पिछले साल एक जूनियर सहकर्मी ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. पचौरी फिलहाल जमानत पर रिहा हैं. इसके पहले शिकायतकर्ता ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका देकर पचौरी की अंतरिम जमानत रद्द करने की अपील की थी.