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क्या 17 साल की उम्र में कोई किशोर अपनी कंपनी खड़ी कर सकता है! क्या इस उम्र के किशोर को फोर्ब्स की सूची में जगह मिल सकती है! जी हां, क्योंकि सफलता उम्र की मोहताज नहीं होती. आत्मविश्वास और हुनर हो तो सफलता किसी भी उम्र में हासिल की जा सकती है.
17 साल की उम्र में हेल्थकेयर कंपनी 'अवेरिया हेल्थ सोल्यूशन्स' खड़ी करने वाले 'रोहन सूरी' इसकी एक मिसाल हैं. रोहन सूरी को हेल्थकेयर सेक्टर में उनके योगदान के लिए फोर्ब्स की 30 अंडर 30, 2017 सूची में शामिल किया गया है.
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रोहन की कंपनी ने एक ऐसा एप बनाया है, जो ब्लूटुथ के जरिये इंफेक्शन्स का पता लगाता है. इस एप का नाम है kTrace.
केट्रेस के जरिये यह पता चल सकता है कि आप किसके संपर्क में आए हैं और कितने लम्बे समय के लिए.
जब यूजर ठीक महसूस नहीं करता या उसे ऐसा लगता है कि उसकी तबियत ज्यादा खराब होने लगती है, तो यह एप आसपास रहने वाले लोगों को बीमारी के बारे में अलर्ट कर देता है और इस तरह बीमारी को फैलने से बचाया जा सकता है.
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दरअसल, रोहन के दिमाग में यह एप बनाने का आइडिया साल 2014 में आया, जब पूरी दुनिया इबोला के प्रकोप को झेल रही थी.
रोहन ने कहा कि टेक्नोलॉजी से उन्हें बेहद प्यार है. नए एप बनाने के लिए या शोध करने के लिए वो किसी बड़े लैब का इस्तेमाल नहीं करते. बल्कि एक कंप्यूटर और उनका स्मार्टफोन ही इस काम में उनकी मदद करता है.
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रोहन मानते हैं कि टेक्नोलॉजी की मदद से हर मुश्किल का हल निकाला जा सकता है. ह्यूमेन टू ह्यूमेन इंटरैक्शन को ट्रेस करने वाले एप kTrace को रोहन ने ब्लूटुथ पर आधारित इसलिए बनाया है, क्योंकि ब्लूटुथ में बहुत कम बैटरी खर्च होती है.