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रोहित वेमुला की पहली बरसी: मां और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया

वेमुला के आत्महत्या के बाद देशभर में प्रदर्शन हुए थे, यह बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था और विभिन्न राजनीतिक दल तथा दलित संगठन विद्यार्थियों का पक्ष लेते हुए बीजेपी और विश्वविद्यालय प्रशासन को दलित विरोधी करार दे रहे थे.

रोहित वेमुला की मां रोहित वेमुला की मां
लव रघुवंशी/BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 17 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 11:13 PM IST

प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने रोहित वेमुला की पहली बरसी पर आयोजित एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए हैदराबाद विश्वविद्यालय के दरवाजे से जबरन प्रवेश करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया. विभिन्न छात्र संगठनों से जुड़े यह प्रदर्शनकारी वेमुला के शहादत दिन के अवसर पर विश्वविद्यालय के दरवाजे पर जमा हुए थे. दलित शोधार्थी वेमुला 17 जनवरी, 2016 को विश्वविद्यालय परिसर में स्थित छात्रावास के अपने कमरे में फांसी से लटकता हुआ मिला था.

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इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहीं रोहित वेमुला की मां और अन्य प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. सामाजिक न्याय के लिए संयुक्त कार्रवाई समिति - हैदराबाद विश्वविद्यालय (जेएसी) के बैनर तले एकत्र हुए विद्यार्थियों के एक धड़े ने कहा कि वे रोहित स्तूप के पास जमा होंगे और वेमुला की विरासत को याद करेंगे तथा जातिवाद और साम्प्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की कसम खाएंगे.

प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय के मुख्य दरवाजे के ओर मार्च निकाला, विश्वविद्यालय के कुलपति अप्पाराव पोदिले के खिलाफ नारेबाजी कर उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. रोहित वेमुला के लिए न्याय की तख्तियां उठाए प्रदर्शनकारियों ने मुख्य दरवाजे की ओर मार्च निकाला और वहां लगे अवरोधकों को हटा कर जबरन अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया.

वेमुला के आत्महत्या के बाद देशभर में प्रदर्शन हुए थे, यह बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था और विभिन्न राजनीतिक दल तथा दलित संगठन विद्यार्थियों का पक्ष लेते हुए बीजेपी और विश्वविद्यालय प्रशासन को दलित विरोधी करार दे रहे थे.

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