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मुंबई 2011 ब्‍लास्‍ट: आंतकियों पर 10 लाख का इनाम

महाराष्ट्र एटीएस ने 2011 के मुंबई ब्लास्ट और पिछले साल के पुणे ब्लास्ट के आरोपियों के बारे में खबर देने वाले को 10 लाख रुपए इनाम देने का एलान किया है. एटीएस ने चारों संदिग्ध आतंकियों के फोटो भी जारी किए. खबर देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी.

आज तक ब्‍यूरो
  • मुंबई,
  • 11 फरवरी 2013,
  • अपडेटेड 12:08 AM IST

महाराष्ट्र एटीएस ने 2011 के मुंबई ब्लास्ट और पिछले साल के पुणे ब्लास्ट के आरोपियों के बारे में खबर देने वाले को 10 लाख रुपए इनाम देने का एलान किया है. एटीएस ने चारों संदिग्ध आतंकियों के फोटो भी जारी किए. खबर देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
इंडियन मुजाहिदीन से ताल्लुक रखने वाले इन संदिग्ध आतंकियो की तस्वीरे जारी करते हुए एटीएस ने इनकी खबर देने वालों को 10 लाख इनाम देने की घोषणा की है.

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नाम- यासीन भटकल उर्फ़ शाहरुख़
उम्र- 30 साल
पता- भटकल, कर्नाटक
आरोप– इस पर मुंबई के 13/7 धमाकों और पुणे की जेएम रोड पर हुए धमाकों की साजिश रचने और बम रखने का आरोप है.
नाम- तहसीन अख्तर उर्फ़ मोनू 
उम्र- 23 साल
पता- समस्तीपुर , बिहार
आरोप– इसने 13/7 धमाको में दादर इलाके में बस स्टॉप पर बम रखा.
नाम- असदुल्लाह अख्तर उर्फ़ तबरेज़
उम्र- 26 साल
पता- आजमगढ़, उत्तरप्रदेश
आरोप-  13/7 धमाकों में जवेरी बाज़ार और ओपेरा हाउस इलाकों में बम रखा साथी ही पिछले साल पुणे धमाकों में जेएम रोड पर बम रखने का आरोप है
नाम- वकास उर्फ़ अहमद
उम्र- 26 साल
आरोप- 13/7 धमाको में जवेरी बाज़ार और ओपेरा हाउस में बम रखने और पुणे में जेएम रोड पर बम रखने का आरोप

गौरतलब है की 13 जुलाई 2011 को मुंबई के भीड़ भाड़ वाले इलाके दादर, जावेरी बाज़ार और ओपेरा हाउस इलाके में हुए बम धमाके में 28 लोगो की मौत हो गयी थी जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.

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एटीएस के मुताबिक वकास और तबरेज़ धमाके से पहले भायखला इलाके में एक कमरा ले कर रह रह रहे थे. पिछले साल दिल्ली और मुंबई पुलिस इन्हें पकड़ने के काफी करीब थीं लेकिन दोनों राज्यों की पुलिस की आपसी रस्सा कस्सी के चलते ये फरार होने में कामयाब हो गए थे.

सूत्रों की माने तो इन चारो में तबरेज़ ने बी फार्मा की पढाई कर राखी है और उसके पिता पेशे से डॉक्टर है. .पुलिस के मुताबिक ये चारो महानगरो में खुद को छात्र बता किराये पर घर लेते है. .इनके निशाने पर वो इलाके रहते है जहा दूसरे राज्यों से आये हुए छात्र रहते है ताकि उनके बीच घुलमिल कर ये आराम से रह कर अपने नापाक मंसूबो को अंजाम देते रहे और सुरक्षा एजेंसिया इन तक पहुच ना पाए. एटीएस ने लोगो को आगाह किया है ऐसे किसी भी शख्स को घर किराये पर देने से पहले अच्छे से जांच पड़ताल कर ले.

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