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बच्चे पैदा करने की सलाह ना दे 'कुंआरों का क्लब' संघ: ओवैसी

एमआईएम के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को एक नया विवाद पैदा करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को 'कुंआरों का क्लब' करार दिया. यही नहीं उन्होंने कहा कि दूसरों से ज्यादा बच्चे पैदा करने की बात कहने वाले लोगों को ऐसा कहने का कोई हक नहीं है, क्योंकि वे खुद शादीशुदा नहीं होते.

अकबरुद्दीन ओवैसी अकबरुद्दीन ओवैसी
aajtak.in
  • हैदराबाद,
  • 02 मार्च 2015,
  • अपडेटेड 12:10 PM IST

एमआईएम के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को एक नया विवाद पैदा करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को 'कुंआरों का क्लब' करार दिया. यही नहीं उन्होंने कहा कि दूसरों से ज्यादा बच्चे पैदा करने की बात कहने वाले लोगों को ऐसा कहने का कोई हक नहीं है, क्योंकि वे खुद शादीशुदा नहीं होते.

गौरतलब है कि बीजेपी नेता साक्षी महाराज ने कुछ ही दिन पहले कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए प्रत्येक हिन्दू महिला को चार बच्चे पैदा करने चाहिए. ओवैसी ने साक्षी महाराज का नाम लिए बिना तेलंगाना विधानसभा में एमआईएम के कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि बच्चों को शिक्षा और नौकरी देने के संबंध में क्या पर्याप्त संसाधन हैं.

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उन्होंने यहां दारुलसलाम में अपनी पार्टी के मुख्यालय में उसके 57वें स्थापना दिवस पर आयोजित सभा में कहा, 'संघ प्रचारक कभी शादी नहीं करेंगे. यह संघ नहीं बल्कि कुंआरों का क्लब है. वे कभी शादी नहीं करते और जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं. वे कभी जिंदगी की समस्याओं का सामना नहीं करते, पत्नी और बच्चों की दिक्कतों को नहीं झेलते. लेकिन दूसरों को चार बच्चे पैदा करने की सलाह देते हैं.'

एमआईएम अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के भाई ने कहा, 'सभी मुस्लिमों को अपने अधिकारों के लिए संगठित हो जाना चाहिए. अगर वे एक नहीं होते तो मुसलमानों की पहचान खतरे में पड़ने की आशंका पैदा हो जाएगी.' अकबरुद्दीन ने कहा कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल, बिहार और कर्नाटक जैसे अन्य राज्यों में भी पैर पसारने की तैयारी कर रही है.

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उन्होंने कहा, उनकी पार्टी दलितों के उत्थान के लिए और उनके अधिकारों के लिए काम करेगी. अकबरुद्दीन ने जापान के प्रधानमंत्री शिंझो आबे की भारत यात्रा के दौरान उन्हें 'भगवद् गीता' की प्रति भेंट करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर मोदी धर्मनिरपेक्ष हैं तो उन्हें भारतीय संविधान की प्रति भेंट करनी चाहिए थी.

- इनपुट भाषा से

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