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केरल में 26 जनवरी को तिरंगा फहराएंगे भागवत, पिछली बार हुआ था विवाद

आरएसएस सदस्यों ने कहा कि 26 जनवरी को केरल में पलक्कड़ जिले के बाहरी क्षेत्र स्थित एक स्कूल में तिरंगा झंडा फहराया जाएगा.

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत
अजीत तिवारी
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  • 07 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:14 PM IST

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 26 जनवरी को केरल में एक बार फिर तिरंगा फहराने की तैयारी में हैं. पिछले साल 15 अगस्त को भागवत द्वारा केरल में तिरंगा फहराने को लेकर विवाद हो गया था.

आरएसएस सदस्यों ने कहा कि 26 जनवरी को केरल में पलक्कड़ जिले के बाहरी क्षेत्र स्थित एक स्कूल में तिरंगा झंडा फहराया जाएगा. 26 जनवरी से आरएसएस के तीन दिवसीय शिविर लगेगा. भागवत इस शिविर में हिस्सा लेने के लिए केरल में रहेंगे.

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संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, ‘आरएसएस प्रमुख स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर जहां कहीं भी होते हैं वह राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. वह 26 जनवरी को केरल में रहेंगे और वहां तिरंगा फहराएंगे. इसे केवल इसी परिपेक्ष्य में देखा जाना चाहिए.’

आरएसएस सदस्यों ने कहा कि जिस स्कूल में आरएसएस के कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है उसका प्रशासन आरएसएस के भारतीय विद्या भवन के अधीन है. एक पदाधिकारी ने कहा कि आरएसएस एक राष्ट्रीय संगठन है और इन राष्ट्रीय दिवसों को मनाना उसकी संस्कृति का हिस्सा है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने बीते वर्ष 15 अगस्त को केरल के पलक्कड़ जिले के एक स्कूल में तिरंगा फहराया था. हालांकि, वहां के डीएम ने ऐसा करने से मना किया था. डीएम का आदेश था कि कोई भी राजनेता स्कूल में तिरंगा ना फहराए. फिर भी ऐसा किया गया. स्थानीय डीएम का आदेश था कि उस स्कूल में कोई भी टीचर या कोई चुना हुआ व्यक्ति ही तिरंगा फहराए.

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पदाधिकारी ने कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था कि गत वर्ष राज्य सरकार ने स्कूल को उन्हें झंडा फहराने की इजाजत नहीं देने का आदेश दिया था.’ गौरतलब है कि बीजेपी और आरएसएस पिछले काफी समय से केरल में अपनी पैठ बनाने को जुटी हैं. केरल में संघ कार्यकर्ताओं पर हमले और हत्या के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है.

आरएसएस ने पहली बार 2002 में नागपुर में तिरंगा फहराया था. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी केरल में बीजेपी नेताओं के खिलाफ होने वाले हादसों को लेकर कई बार सार्वजनिक मंचों से आवाज उठा चुके हैं.

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