Advertisement

संघ मुक्त भारत कहने वाले नीतीश राज में RSS का विस्तार

RSS प्रमुख के लगातार बिहार दौरे इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि नीतीश कुमार 2015 विधानसभा चुनाव के दौरान'कांग्रेस मुक्त भारत' का जवाब 'संघ मुक्त भारत' से दिया करते थे.

नीतीश कुमार और मोहन भागवत नीतीश कुमार और मोहन भागवत
जावेद अख़्तर/रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 12 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 11:58 AM IST

बिहार में जदयू-भाजपा की सरकार बनने के बाद RSS प्रदेश में संगठन को मजबूत करने और उसके विस्तारीकरण का काम तेजी से चल रहा है. बिहार प्रवास पर RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत ने रविवार को पटना के शाखा मैदान में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह लगातार बिहार दौरे पर इसलिए आ रहे हैं ताकि प्रदेश में संगठन मजबूत हो और उसका विस्तार किया जा सके.

Advertisement

RSS प्रमुख के लगातार हो रहे बिहार दौरे इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2015 विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री के 'कांग्रेस मुक्त भारत' का जवाब 'संघ मुक्त भारत' से दिया करते थे. मगर जब से पिछले साल जदयू और भाजपा की गठबंधन सरकार बनी है तब से मोहन भागवत लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं और यहां पर संघ की मजबूती और विस्तारीकरण का काम चल रहा है.

प्रदेश में विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि उनके लगातार बिहार दौरे विपक्षी दलों के नजरों में खटकने लगा है और वह तरह तरह की बातें और अफवाह फैला रहे हैं. मोहन भागवत ने कहा कि विपक्षी दलों को लग रहा है कि उनके लगातार बिहार दौरे 2019 के लोकसभा चुनाव के देखते हुए हो रहे हैं, मगर हकीकत यह है कि वह प्रदेश में केवल RSS को और मजबूत करने के लिए यहां आ रहे हैं.

Advertisement

गौरतलब है कि मोहन भागवत के बिहार दौरे को लेकर आरजेडी ने भाजपा और RSS पर निशाना साधा है और कहा है कि मोहन भागवत इस वजह से लगातार बिहार आ रहे हैं ताकि वह जमीनी हकीकत समझ सकें और लोकसभा चुनाव में जदयू को उन्हीं की हैसियत के हिसाब से 3 या 5 सीटें चुनाव लड़ने के लिए दें.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement