
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता कृष्ण गोपाल ने कहा कि देश में रहना है तो सबको मिलकर चलना होगा. उन्होंने कहा है कि बगैर मिलकर चले कोई रास्ता नहीं निकलेगा.
मुगल शहजादे शिकोह दारा पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृष्ण गोपाल ने कहा कि हिंदू मुसलमान को समझें और मुसलमान हिंदू को. बगैर मिलकर चले कोई रास्ता नहीं निकलेगा. दारा शिकोह भी चाहते थे कि सबको मिलकर चलना चाहिए.
वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मंगलवार को संघ के स्थापना दिवस समारोह के मौके पर कहा कि भारत में समाज की समता और समरसता की स्थिति जैसी चाहिए, वैसी अभी नहीं है. हिंसा की घटनाएं न हों, इसलिए स्वयंसेवक प्रयासरत रहते हैं.
मोहन भागवत ने कहा कि जो परंपरा भारत की नहीं है ऐसी परंपरा और घटनाओं को दर्शाने वाले 'लिंचिंग' जैसे शब्द देकर सारे देश को और हिंदू समाज को बदनाम करने का प्रयास होता है. उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों को आपस में सद्भावना, संवाद और सहयोग बढ़ाने के लिए प्रयासरत होना चाहिए. समाज के सभी वर्गों का सद्भाव, समरसता, सहयोग और कानून संविधान की मर्यादा में ही अपने मतों की अभिव्यक्ति ही आज की स्थिति में नितांत आवश्यक है.