
सीमा पर चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पड़ोसी देश से निपटने के लिए एक नया आइडिया लेकर आया है. संघ चाहता है कि चीन जैसे 'असुर' से निपटने के लिए मंत्र का सहारा लिया जाए. संघ भारतीयों से चीनी उत्पादों का बहिष्कार कर आर्थिक रूप से ड्रैगन को नुकसान पहुंचाना तो चाहता ही है, साथ ही उसकी ये भी मंशा है कि सभी भारतीय घरों में पूजा अर्चना करते वक्त पांच बार एक खास मंत्र का जाप करें ताकि चीन जैसी असुरी शक्ति से निपटा जा सके.
आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने कहा कि 'कैलाश, हिमालय और तिब्बत चीन की असुरी शक्ति से मुक्त हो' इस मंत्र का जाप हर भारतीय को फिर चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान पूजा-अर्चना या नमाज से पहले करना चाहिए. इससे चीन के हितों को नुकसान पहुंचेगा और वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होगी.
गौरतलब है कि आरएसएस और उसके सहयोगी संगठन लगातार चीन के उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम चला रहे हैं. दीपावली के समय चीनी पटाखों और लाइटों का इस्तेमाल न करने की उसकी मुहिम का काफी असर देखा गया था. अब जबकि चीन के साथ रिश्ते कड़वे होते जा रहे हैं तो स्वदेशी जागरण मंच जैसे संगठनों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है.
लोगों को उन चीन उत्पादों के बारे में जानकारी दी जा रही है जिनके चीन से आयात होने के बारे में अभी ज्यादा लोग नहीं जानते. रक्षाबंधन के मौके पर चीनी राखियों से बाजार पट जाता है. संघ की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोग चीनी उत्पादों का बहिष्कार करें ताकि पड़ोसी देश को भारतीयों की एकता की ताकत का अहसास कराया जा सके.