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'घर वापसी' कराने वाले राजेश्वर सिंह की छुट्टी!

भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का सपना देखने वाले उत्तर प्रदेश के धर्म जागरण समन्वय समिति के संयोजक राजेश्वर सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है. मेल टुडे अखबार को मिली जानकारी मुताबिक राजेश्वर सिंह को उनके पद से हटाने का फैसला संघ नेतृत्व ने किया है. हालांकि राजेश्वर सिंह ने बताया है कि खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्होंने खुद छुट्टी ली है.

aajtak.in
  • आगरा,
  • 02 जनवरी 2015,
  • अपडेटेड 10:48 AM IST

भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का सपना देखने वाले उत्तर प्रदेश के धर्म जागरण समन्वय समिति के संयोजक राजेश्वर सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है. 'मेल टुडे' अखबार को मिली जानकारी मुताबिक राजेश्वर सिंह को उनके पद से हटाने का फैसला संघ नेतृत्व ने किया है. हालांकि राजेश्वर सिंह ने बताया है कि खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्होंने खुद छुट्टी ली है.

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2021 तक सबको हिंदू बना दिया जाएगा: राजेश्वर सिंह

आपको बता दें कि राजेश्वर सिंह के नेतृत्व में ही आगरा में 8 दिसंबर इस संगठन ने धर्मांतरण के कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें कई मुस्लिम परिवार हिंदू धर्म में तब्दील हो गए थे. बाद में इस कार्यक्रम को लेकर जमकर सियासी बवाल मचा. इस कारण से मोदी सरकार को आलोचनाओं को सामना भी करना पड़ा.

'मेल टुडे' अखबार को आरएसएस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यह फैसला आरएसएस नेताओं द्वारा किया गया है. इस नेता ने बताया, 'इसके लिए कोई वजह नहीं बताई नहीं गई है. लेकिन हम इस घटनाक्रम को मोदी नीत एनडीए सरकार और संघ के बीच खींचतान से जोड़कर देख रहे हैं. फैसले से साफ है कि मोदी संघ पर ऐसे नेताओं को हटाने के लिए दबाव बनाने में कामयाब हुए हैं, जो भगवा संगठन को पुराने एजेंडे पर वापस लाने जाने की कोशिश कर रहे हैं.'

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हालांकि, राजेश्वर सिंह ने मीडिया को बताया है कि धर्मांतरण कैंपेन से कुछ दिन तक दूर रहने का फैसला निजी है. उन्होंने कहा, 'मैंने स्वास्थ्य कारणों से नेतृत्व से छुट्टी की गुजारिश की थी. मुझे 3 महीने की छुट्टी मिली है.'

आपको बता दें कि 18 दिसंबर को राजेश्वर सिंह ने एेलान किया था कि वह तब तक चुप नहीं बैठेंगे, जब तक भारत को हिंदू राष्ट्र न बना दें. उन्होंने कहा था, 'हमारा लक्ष्य 31 दिसंबर 2021 तक भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का है. मुस्लिमों और ईसाइयों को यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है. या तो वे हिंदू धर्म को मानें, नहीं तो देश छोड़कर जाना होगा.'

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