
मोदी सरकार ने गंगा की सफाई के लिए जो ‘स्वच्छ गंगा कोष’ शुरू किया था, उसमें इस साल अगस्त तक 66 करोड़ रुपये का अनुदान आ चुका है.
पिछले साल शुरू हुआ था कोष
पवित्र गंगा नदी की सफाई को लेकर शुरू किए गए ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम के तहत कई सारी योजनाओं पर काम करने के लिए केंद्र सरकार ने सितंबर 2014 में इस कोष
की स्थापना की मंजूरी दी थी.
13 करोड़ रुपये सार्वजनिक उपक्रमों ने दिए
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस साल 14 अगस्त तक इस कोष में 66.20 करोड़ रुपये आए हैं. इस पूरी रकम में से लगभग 13 करोड़ रुपये अकेले सार्वजनिक क्षेत्र के
उपक्रमों ने अप्रैल से अगस्त 2015 के बीच कोष में बतौर अनुदान दिए हैं. सूत्रों ने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष में निजी कंपनियों ने लगभग 45 लाख रुपये, इसी अवधि
में व्यक्तिगत स्तर पर लोगों ने लगभग 15 लाख रुपये अनुदान दिए हैं. व्यक्तिगत स्तर पर दान करने वाले लोगों में 55 रुपये से पांच लाख रुपये तक देने वाले लोग
शामिल हैं.
एनआरआई ने भी दिखाई दिलचस्पी
गंगा को प्रदूषण मुक्त करने में एनआरआई ने भी दिलचस्पी दिखाई है. ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और अमेरिका से एनआरआई लोगों ने इसमें अहम दान दिया है. सितंबर
2014 से मार्च 2015 के बीच लगभग 6.60 लाख रुपये और अप्रैल 2015 से अगस्त 2015 के बीच लगभग ढाई लाख रुपये एनआरआई ने दान दिए हैं.