
सीरिया में केमिकल हमले के बाद अमेरिका की कार्रवाई से पूरी दुनिया सकते में है. अमेरिका के इस एक्शन से रूस खासा नाराज नज़र आ रहा है, और वह लगातार अमेरिका को आगे से ऐसा ना करने की चेतावनी भी दे रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो रूस ने अब अमेरिका से टक्कर लेने की ठान ली है. बताया जा रहा है कि इसके लिए रूस ने अपने क्रूज मिसाइल्स से लैस अपने लड़ाकू जहाज ब्लैक सी से लाकर सीरिया के बंदरगाह पर तैनात करने का आदेश जारी किया है. इससे पहले भी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन सीरिया में सतह से हवा में मारने वाली मिसाइलों को तैनात करने का निर्देश जारी कर चुके हैं.
रविवार को इदलिब में किया हमला
केमिकल हमले से झुलसे सीरिया के नॉर्थ वेस्ट प्रांत इदलिब में हवाई हमला हुआ, इस हमले में 5 बच्चों समेत 18 नागरिकों की मौत हुई. बताया जा रहा है कि यह हमला रूस ने ही करवाया था. सीरिया का यह इलाका विद्रोहियों के कब्जे में है, इसलिए सीरियाई सरकार के समर्थन में रूस ने ये हमला करवाया.
केमिकल हमले में 100 लोगों की मौत
बता दें कि इदलिब में संदिग्ध रासायनिक हमले में लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी. इस हमले के शिकार जुड़वा बच्चों के शव की फोटो वायरल हुई थी. इसके बाद अमेरिका ने सीरियाई सरकार के हवाई ठिकानों पर 60 से ज्यादा मिसाइलें दागे थे. अमेरिका की तरफ से बयान आया था कि अगर जरुरत पड़ेगी तो वह आगे भी ऐसी कार्रवाई करेगा.
तीसरे विश्वयुद्ध की आहट!
सीरिया में केमिकल अटैक के बाद अमेरिका की ओर से सीरियाई सुरक्षा बलों के ठिकानों पर 60 क्रूज मिसाइलें दागी जाने के बाद से दुनिया भर में तनाव गहरा गया था. सीरिया सरकार, रूस, ईरान और चीन ने अमेरिका के हमले की कड़ी आलोचना की है, जबकि जर्मनी, फ्रांस, सऊदी अरब, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, इजराइल और तुर्की ने डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया है. अब सीरिया संघर्ष तृतीय विश्वयुद्ध में तब्दील होता नजर आ रहा है.