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मलेशियाई विमान हादसा: मृतकों की अंगूठी चुराने की तस्‍वीर हुई वायरल

हाल में मिसाइल हमले का शिकार हुए मलेशियाई विमान MH-17 के मृतकों के परिजन अब भी गम में डूबे हुए हैं. इस बीच एक हैरान करने वाली तस्‍वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस तस्‍वीर में एक रूसी विद्रोही एक मृतक की लाश से अंगूठी चुराता दिख रहा है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह तस्‍वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह तस्‍वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 जुलाई 2014,
  • अपडेटेड 2:10 AM IST

हाल में मिसाइल हमले का शिकार हुए मलेशियाई विमान MH-17 के मृतकों के परिजन अब भी गम में डूबे हुए हैं. इस बीच एक हैरान करने वाली तस्‍वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस तस्‍वीर में एक रूसी विद्रोही एक मृतक की लाश से अंगूठी चुराता दिख रहा है.

हालांकि, इस तस्‍वीर की स्‍वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी है. इस तस्‍वीर में तीन विद्रोही सेना की पोशाक में नजर आ रहे हैं जो विमान के मलबे से कुछ सामान उठाते नजर आ रहे हैं. इनमें से एक के हाथ में सोने की अंगूठी भी दिखाई देती है.

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हो सकता है कि यह अंगूठी मृतकों के सामान में से मिली है या किसी मृतक की उंगली से निकाली गई है. इस तस्‍वीर को सबसे पहले रूसी भाषा में एक यूजर ने ट्वीट किया. इसके बाद ट्विटर पर यह तस्‍वीर हजारों बार शेयर हुई.

विद्रोहियों ने सौंपा ब्‍लैस बॉक्‍स
यूक्रेनी विद्रोहियों ने MH-17 का ब्लैक बॉक्स जांचकर्ताओं को सौंप दिया है. रूस समर्थक विद्रोहियों के नेता एलेक्सेंडर बोरोदई ने यूक्रेन में मौजूद मलेशियाई जांचकर्ताओं को विमान के दोनों ब्लैक बॉक्स सौंप दिए.

इस हादसे में मारे गए लोगों की लाश और उनके सामान लेकर एक ट्रेन मंगलवार को यूक्रेन सरकार के इलाके में पहुंची. खारकिव पहुंची इस ट्रेन में करीब 200 लाशों के बैग हैं. इन लाशों को नीदरलैंड भेजा जाएगा जहां इनकी पहचान की जाएगी.

बीते गुरुवार को कुआलालांपुर से एम्सटर्डम जा रहे इस विमान को पूर्वी यूक्रेन में विद्रोहियों ने मिसाइल हमला करके गिरा दिया था. इस हमले में विमान में सवार 298 लोगों की मौत हो गई थी.

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रूस जांच को तैयार
रूस ने आज कहा कि वह विमान को मार गिराए जाने के मामले की अंतरराष्ट्रीय जांच में पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को इस मामले को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें घटनास्थल तक पूरी पहुंच और जांच में सभी देशों के सहयोग का आह्वान किया गया है. सुरक्षा परिषद में वीटो की हैसियत रखने वाले रूस ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया.

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