Advertisement

राजस्थान: BJP का तंज, पायलट को CM बनने की जल्दी, गहलोत को कुर्सी बचाने की जरूरत

कोटा के सरकारी अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के मामले को लेकर सरकार के अंदर चल रहे वार और पलटवार के बाद सतीश पूनिया ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनने की जल्दी है.

राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटो) राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फाइल फोटो)
देव अंकुर
  • जयपुर,
  • 15 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:39 PM IST

  • राजस्थान कांग्रेस सरकार पर भारतीय जनता पार्टी का तंज
  • अंधा आदमी बता देगा कि सरकार की हालत क्या है- पूनिया

राजस्थान की कांग्रेस सरकार के आला नेताओं में चल रहे घमासान ने प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को तंज कसने का मौका दे दिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने आजतक से बातचीत में कहा कि अंधा आदमी बता देगा कि सरकार की हालत क्या है.

Advertisement

कोटा के सरकारी अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के मामले को लेकर सरकार के अंदर चल रहे वार और पलटवार के बाद सतीश पूनिया ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनने की जल्दी है और अशोक गहलोत को कुर्सी बचाने की जरूरत है. अंधा आदमी भी बता देगा कि सरकार की हालत क्या है.

पायलट ने फिर दी गहलोत को नसीहत, कहा- परंपरा तोड़कर पोछने चाहिए आंसू

सतीश पूनिया ने कहा, 'कोट में घटना के बाद हम और बाकी लोग वहां गए. यहां तक कि दिल्ली से केंद्र सरकार की तीन-तीन टीमें आई, संसद का दल आया, एम्स की टीम आई, मानव अधिकार की टीम आई. इन सब के आने के बाद वहां के चिकित्सा मंत्री और मुख्यमंत्री को फुर्सत मिली और वो लोग गए. आज वो घोषणाएं करते हैं तो मुझे लगता है कि इतना संवेदनशील मसला था और केवल कोटा नहीं, जोधपुर में उनके खुद के गृह क्षेत्र में, बांसवाड़ा, बूंदी और बीकानेर में ऐसे मामले लगातार हो रहे हैं.'

Advertisement

पायलट ने फिर बोला हमला

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच जारी शीत युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. गहलोत और पायलट का एक-दूसरे पर वार-पलटवार जारी है. उपमुख्यमंत्री पायलट ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि किसी के घर में मौत हो जाती है तो उसके यहां जाने के लिए परंपरा नहीं देखी जाती. एक अच्छी परंपरा तो यह है कि उसके घर जाकर सांत्वना देनी चाहिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement