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'मैं ईगो रखने वाला इंसान नहीं'... पढ़ें- सचिन पायलट ने इंटरव्यू में क्या-क्या कहा

सचिन पायलट ने अपनी बातें कांग्रेस आलाकमान के सामने रखी हैं और पार्टी की ओर से इनके निपटारे का भरोसा मिला है. इस मसले पर सचिन ने आजतक से बात की.

कांग्रेस नेता सचिन पायलट (पीटीआई) कांग्रेस नेता सचिन पायलट (पीटीआई)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 1:28 PM IST

  • कांग्रेस नेता सचिन पायलट से खास बातचीत
  • पद नहीं, सम्मान के लिए आवाज उठाई: पायलट
बगावत को भुलाकर कांग्रेस में वापसी करने वाले सचिन पायलट ने मंगलवार को आजतक से खास बातचीत की. इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि उन्होंने कभी पद को लेकर बात नहीं की, बल्कि आत्मसम्मान को लेकर जंग जारी थी. पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि वह किसी के प्रति ईगो नहीं रखते हैं, ऐसे में अब पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे संभाल लेंगे.

अपने इंटरव्यू में सचिन पायलट ने क्या बड़ी बातें कहीं, एक नज़र डालें...

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1. पहले क्या हुआ और आगे क्या होगा, इसपर कुछ नहीं कह सकता हूं. मेरे लिए कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया, जिनसे ठेस पहुंची और मैंने कड़वा घूंट पिया है.

2. विवाद सुलझने की ओर है, मैंने पार्टी से कहा कि कमेटी तो पहले भी बनी हैं, लेकिन पार्टी ने अब मामला जल्द सुलझाने का वादा किया है.

3. जब पार्टी 21 सीटों पर सिमट गई थी, उसके बाद मैं अध्यक्ष बना और पार्टी को हम सरकार तक लेकर आए.

4. मैं लोगों को जोड़कर चलने वाला हूं, फूट पैदा करने वाला व्यक्ति मैं नहीं हूं और ना ही किसी तरह की ईगो रखता हूं.

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5. पार्टी में हर तरह के लोग हैं जो काम कर रहे हैं, लेकिन रिजल्ट देखकर आगे बढ़ना चाहिए. जिस ताले में जो चाबी काम करे, उसका इस्तेमाल जरूरी है.

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6. राजनीति में हमें अपने शब्दों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि जनता हमें सुन रही है और देख रही है. जब मैं पार्टी अध्यक्ष था तो सारे गुण मुझमें थे, लेकिन अब मैं निकम्मा हो गया.

7. जो विधायक पार्टी के लिए जेल गए हैं, वो बगावत कैसे कर सकते हैं. जो इंदिरा जी के साथ काम करते हुए और लाठियां खाते हुए यहां आए हैं, वो कैसे बागी हो गए.

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8. पार्टी ने मुझे काफी पद दिए हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मैं चुप रहूं और बंध जाऊं. जो सही लगेगा अपनी बात कहता रहूंगा.

9. आप पद किसी को दें लेकिन मान-सम्मान ना हो सके. मैं वो नहीं हूं जो सिर्फ घर-गाड़ी के लिए पोस्ट ले लूं.

10. जिनके कंधे पर चढ़कर हम सरकार में आए हैं, उनका सम्मान होना चाहिए और काम किया जाना चाहिए.

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